दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का फ़ैसला किया गया है। यह आज यानी सोमवार रात 10 बजे से एक हफ़्ते के लिए यानी अगले सोमवार की सुबह 6 बजे तक के लिए लागू होगा। दिल्ली में हर रोज़ आ रहे रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच यह निर्णय लिया गया है।
रविवार को राजधानी में रिकॉर्ड 25 हज़ार 462 नये पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। एक दिन पहले ही शहर में 24 हज़ार 375 मामले आए थे। अब यहाँ पॉजिटिविटी रेट 30 फ़ीसदी हो गई है। इसका मतलब है कि जाँच किए जाने वाले 100 में से 30 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अगले 6 दिनों में हम दिल्ली में और बिस्तरों की व्यवस्था करेंगे। हमारी सहायता करने के लिए हम केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हैं। लॉकडाउन अवधि का उपयोग ऑक्सीजन, चिकित्सा की व्यवस्था के लिए किया जाएगा। मैं सभी से दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध करता हूँ।'
केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों से की अपील की, 'मैं आपसे हाथ जोड़कर अपील करता हूँ। यह केवल 6 दिनों के लिए एक छोटा लॉकडाउन है। दिल्ली को छोड़कर मत जाओ। मुझे बहुत उम्मीद है कि हमें लॉकडाउन का विस्तार करने की आवश्यकता नहीं होगी... सरकार आपका ख्याल रखेगी।'
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सभी निजी कार्यालयों को अब वर्क फ्रॉम होम कर दिया गया है यानी उन कार्यालयों में कर्मचारियों को घर से काम करना होगा। केवल सरकारी कार्यालय और आवश्यक सेवाएँ खुली रहेंगी।
यह फ़ैसला तब लिया गया है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल से सोमवार सुबह ही मुलाक़ात की है।
हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, आईएसबीटी से आने या जाने वाले व्यक्तियों को वैध टिकट दिखाने पर यात्रा करने की अनुमति होगी। विभिन्न देशों के राजनयिकों के अधिकारियों के साथ-साथ किसी भी संवैधानिक पद पर रहने वाले व्यक्तियों को वैध आईडी दिखने पर छूट दी गई है।
मीडिया कर्मियों को भी वैध आईडी कार्ड दिखाने पर छूट होगी। अंतर-राज्यीय और अंतर-राज्य आने जाने या आवश्यक वस्तुओं के परिवहन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। इस तरह की आवाजाही के लिए कोई अलग से अनुमति या ई-पास की आवश्यकता नहीं है। धार्मिक स्थानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन किसी को भी अनुमति नहीं होगी।
कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच ही पिछले हफ़्ते दिल्ली सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू का एलान किया था। गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच काफी देर तक बैठक चली और इसमें यह फ़ैसला लिया गया था।
केजरीवाल ने कहा था था बाजारों में सख़्ती को और कड़ा किया जाएगा जिससे लोग नियमों का पालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि जिम, ऑडिटोरियम, स्पा, मॉल को बंद किया जा रहा है और सिनेमाघर 30 फ़ीसदी क्षमता के साथ चलेंगे। जिन लोगों के वहां शादियां तय हो चुकी हैं, उन्हें पास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि रेस्तरां में बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी और केवल होम डिलीवरी की ही सुविधा मिलेगी।
इससे पहले कोरोना को लेकर ऐससे ज़्यादा सख़्ती पिछले साल थी। तब दिल्ली सहित पूरे देश में 22 मार्च और 18 मई के बीच पूरी तरह से लॉकडाउन लगाया गया था। संक्रमण कम होने के बाद कई चरणों में लॉकडाउन को हटाया गया था।
देश में रविवार को कोरोना संक्रमण के फिर से रिकॉर्ड मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार सुबह जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार रविवार को 24 घंटे में 2 लाख 73 हज़ार 810 पॉजिटिव केस आए। इस दौरान 1619 कोरोना मरीज़ों की मौत हुई। इससे एक दिन पहले शनिवार को एक दिन में 2 लाख 61 हज़ार 500 केस आए थे और इस दौरान 1501 मौतें हुई थीं।
यह लगातार पाँचवाँ दिन है जब कोरोना के केस दो लाख से ज़्यादा आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आज जो आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या डेढ़ करोड़ से ज़्यादा हो गई है। कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 1 लाख 78 हज़ार से ज़्यादा हो गई है। 1 करोड़ 29 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो गए हैं। देश में फ़िलहाल 19 लाख 29 हज़ार से ज़्यादा सक्रिए मामले हो गए हैं।