पश्चिम बंगाल में भवानीपुर उपचुनाव के लिए बीजेपी ने आख़िरकार ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ उम्मीदवार की घोषणा कर दी। इसने बंगाल में चुनाव बाद हिंसा का केस लड़ने वाली वकील प्रियंका टिबरीवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। टिबरीवाल ममता सरकार के ख़िलाफ़ हाई कोर्ट में चुनाव बाद हिंसा की पैरवी करने के लिए चर्चा में रही हैं। यह वह मुद्दा है जिसको लेकर बीजेपी लगातार ममता बनर्जी को घेरती रही है और क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाती रही है। इस मुद्दे पर हाल के दिनों में टीएमसी और बीजेपी में जबरदस्त ठनती रही है।
मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाली ममता बनर्जी को अपना पद बरकरार रखने के लिए भवानीपुर उपचुनाव जीतना ज़रूरी है। वह नंदीग्राम में बीजेपी के प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं। दोनों उम्मीदवारों के बीच क़रीब 1950 वोटों का अंतर था। ममता ने इस चुनाव परिणाम को तो कोर्ट में चुनौती दी ही है, किसी संवैधानिक संकट से बचने के लिए भवानीपुर सीट से उपचुनाव में लड़ने का फ़ैसला भी किया है।
भवानीपुर में 30 सितंबर को उपचुनाव होना है। इसके लिए नामांकन की आख़िरी तारीख़ में अब सिर्फ़ तीन दिन बचे हैं। बीजेपी की उम्मीदवार प्रियंका पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की क़ानूनी सलाहकार रही हैं। बाबुल सुप्रियो के कहने पर प्रियंका 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थीं। उन्होंने अप्रैल-मई में बंगाल का चुनाव लड़ा था, लेकिन वह टीएमसी के अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार से चुनाव हार गई थीं।
प्रियंका कलकत्ता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती रही हैं। इनके बारे में बीजेपी आईटी सेल के अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा है कि वह पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा का केस अदालत में लड़ती रही हैं। उन्होंने यह भी लिखा है कि उन्होंने उन मामलों में सीबीआई और एसआईटी जाँच का आदेश दिलाने में मदद की थी।
प्रियंका टिबरीवाल ने एक याचिकाकर्ता के रूप में कलकत्ता उच्च न्यायालय से उस हिंसा के मामलों में पश्चिम बंगाल सरकार को पुलिस केस दर्ज करने का आदेश दिलवाया था। उन्होंने चुनाव बाद हिंसा के मामलों में सीबीआई जांच के अदालत के आदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बता दें कि चुनाव आयोग ने इस महीने की शुरुआत में पश्चिम बंगाल की तीन और ओडिशा की एक विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की अधिसूचना जारी की है। पश्चिम बंगाल में भवानीपुर के अलावा शमशेर गंज और जंगीपुर में भी उपचुनाव होंगे। ओडिशा के पिपली में इसके साथ ही उपचुनाव होगा।
इन उपचुनावों के लिए 30 सितंबर को मतदान होगा और 3 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी। टीएमसी के विजयी उम्मीदवार शोभंदेब चट्टोपाध्याय ने भवानीपुर की यह सीट खाली कर दी है ताकि मुख्यमंत्री 30 सितंबर को चुनाव लड़ सकें। इससे पहले ममता बनर्जी इस सीट से दो बार जीत चुकी हैं।