इज़राइल का बेरूत पर बड़ा हमला, हसन नसरल्लाह की बेटी मारी गई, मुख्यालय तबाह

12:07 pm Sep 28, 2024 | सत्य ब्यूरो

इजराइल के नए हवाई हमले में दक्षिणी बेरूत में जबरदस्त धमाके हुए। लेबनान की राजधानी बेरूत में कई विस्फोटों के बाद धुएं के घने बादल उठ रहे हैं। इज़राइल की सेना का कहना है कि उसने बेरुत के दक्षिण में हिज़्बुल्लाह के केंद्रीय मुख्यालय पर "जबरदस्त हमला" किया। टेलीविज़न पर प्रसारित एक बयान में, इज़राइली सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि "केंद्रीय कमांड सेंटर" ने घनी आबादी के अंदर हमले किये हैं। इस हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की बेटी ज़ैनब नसरल्लाह के मारे जाने की खबर है।

ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि इज़राइल द्वारा दक्षिणी बेरूत पर हमले में अमेरिका द्वारा सप्लाई किए गए 5,000 पाउंड के "बंकर बस्टर" बम शामिल थे। जबकि राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि अमेरिका को बेरूत पर इजराइली सैन्य हमलों की "कोई जानकारी" नहीं है।

चैनल 12 ने दावा किया कि शीर्ष हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की बेटी ज़ैनब नसरल्लाह शुक्रवार को लेबनान के दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के गढ़ों को निशाना बनाकर किए गए इजराइली हवाई हमले में कथित तौर पर मारी गईं। हालाँकि, उनकी मौत के संबंध में इज़राइल, हिजबुल्लाह या लेबनानी अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

ज़ैनब नसरल्लाह (काले लिबास में)

जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ैनब नसरल्लाह को हिजबुल्लाह और उसके परिवार के बलिदानों के मुखर समर्थन के लिए पहचाना गया था। उन्होंने पहले अपने भाई हादी की मौत पर बात की थी, जिसे 1997 में इज़राइली सेना ने मार डाला था।

यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- “हम अधिक जानकारी जुटा कर रहे हैं। जब हमारे पास अधिक जानकारी होगी तो मुझे और भी कुछ कहना होगा।'' यह बात उन्होंने अपने गृह राज्य डेलावेयर पहुंचने के बाद कही। इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार के लिए उनके समर्थन के बारे में पूछे जाने पर और क्या वह लेबनान की राजधानी पर हमलों का समर्थन करते हैं, बाइडेन ने कहा कि उन्हें अधिक जानकारी की जरूरत है। मैं इस सवाल का जवाब देने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं रखता।

फिलिस्तीनी समूह ने लेबनान के लोगों के खिलाफ "ज़ायोनी हमले" की निंदा की है। एक बयान में, हमास ने कहा कि लेबनान पर इजराइली हमलों के लिए अरब दुनिया से हस्तक्षेप की जरूरत है। उसने "अरब और इस्लामी देशों" से कार्रवाई करने और "इस क्रूर आक्रामकता को अस्वीकार करने" का आह्वान किया। हमास ने कहा कि लेबनानी लोगों का समर्थन करते हुए कहा: "हम उनके दर्द को साझा करते हैं और जीत की आशा करते हैं... और उनके बलिदानों की सराहना करते हैं।"

बहरहाल, इज़राइल अपनी युद्ध रणनीति पर लौट आया है। वह लेबनान पर संपूर्ण युद्ध के लिए पश्चिमी देशों के बीच सहमति बना रहा है।अभी तक इज़राइल और हिज़बुल्लाह हल्कीफुल्की लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन बेरूत पर ताजा हमलों ने संकेत दे दिया है कि इजराइल ने युद्ध छेड़ दिया है। इज़राइली बमबारी तेज़ होने के कारण हज़ारों लेबनानी अपने घरों से बेघर हो गए हैं। 700 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। हवाई हमलों और जमीनी हमले की तैयारियों के साथ-साथ, इज़राइल मनोवैज्ञानिक दबाव भी बना रहा है। इसे आतंकित करने और पश्चिमी देशों में युद्ध के लिए सहमति बनाने के लिए किया गया है।

इज़राइली टेलीविज़न नेटवर्क ने बताया कि हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह उसका पहला टारगेट थे। हालांकि समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, हिजबुल्लाह सूत्रों ने बाद में दावा किया कि नसरल्लाह "ठीक" हैं। वह हत्या के प्रयासों से बचने के लिए पहले से ही अंडरग्राउंड रहते हैं। कोई नहीं जानता कि वो कहां हैं। लेकिन वो सुरक्षित हैं।


ताजा हमलों से पहले इज़राइल ने दक्षिणी बेरूत में इमारतों के भीतर रखे हिजबुल्लाह के हथियार डिपो को निशाना बनाने का दावा किया था। हिजबुल्लाह ने इस दावे का खंडन किया, जबकि छह इमारतों के जमींदोज होने और 91 लोगों के घायल होने की खबरें सामने आईं। जिनमें से छह की मौत की पुष्टि हुई। हमलों के बाद, हिजबुल्लाह ने जवाबी कार्रवाई में इज़राइल में रॉकेट लॉन्च किए, जिसके बाद इज़राइली सेना ने हिजबुल्लाह के गढ़ वाले इलाके में वहां के नागरिकों को तुरंत उस जगह को खाली करने की चेतावनी दी।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व नेताओं को संबोधित करते हुए कसम खाई कि इजराइल हिजबुल्लाह के खिलाफ अपना सैन्य अभियान तब तक जारी रखेगा जब तक कि उत्तरी सीमा पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाती। उन्होंने दावा किया कि इज़राइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। उन्होंने लेबनान में संभावित जमीनी हमले का संकेत दिया। नेतन्याहू जब भाषण दे रहे थे तो कई देशों के प्रतिनिधियों ने उस बैठक से उठकर चले गये।