ट्विटर ने शनिवार को राहुल गांधी और कांग्रेस के बाक़ी नेताओं के हैंडल को अनलॉक कर दिया है। कांग्रेस ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सत्यमेव जयते कहा है। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा 5 बडे़े नेताओं और कांग्रेस के हैंडल भी लॉक कर दिए गए थे। राहुल का हैंडल लॉक होने के मुद्दे को पार्टी जोर-शोर से उठा रही थी। राहुल ने भी इस मामले में ट्विटर पर हमला बोला था।
जिन 5 बड़े नेताओं के ट्विटर हैंडल लॉक किए गए थे, उनमें मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन, लोकसभा में पार्टी के व्हिप मणिकम टैगोर, पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव का नाम शामिल था। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि ऐसा केंद्र सरकार के दबाव में किया जा रहा है।
‘पक्षपात करने वाला प्लेटफ़ॉर्म है ट्विटर’
राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर कहा था कि ऐसा करके ट्विटर हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में दख़ल दे रहा है। उन्होंने कहा था कि बिजनेस करने वाली एक कंपनी हमारी राजनीति को तय कर रही है और बतौर राजनेता वह इस बात को पसंद नहीं करते।
कांग्रेस नेता ने कहा था, “यह राहुल गांधी पर हमला नहीं है, यह देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है, ट्विटर पर मेरे लगभग 2 करोड़ फ़ॉलोवर हैं और आप उन्हें अपनी बात रखने से रोक रहे हैं। यह पूरी तरह ग़लत है।”
राहुल ने कहा था, “मैं यह सोचता था कि ट्विटर एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जहां पर हम अपनी बातों को रख सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं है, ट्विटर एक न्यूट्रल नहीं बल्कि पक्षपात करने वाला प्लेटफ़ॉर्म है, जो सरकार की बात सुनता है।”
युवक कांग्रेस ने किया था प्रदर्शन
राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल लॉक होने पर दिल्ली में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई और युवक कांग्रेस ने ट्विटर के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था। प्रदर्शन में पहुंचे युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने पूछा था कि राहुल गांधी का टि्वटर हैंडल किसके कहने पर लॉक किया गया?
बीते शुक्रवार को राहुल ने दिल्ली में बलात्कार की शिकार हुई बच्ची के परिजनों के साथ फ़ोटो शेयर की थी। इसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग ने ट्विटर को नोटिस जारी किया था और परिजनों की फ़ोटो वाले ट्वीट को हटाने को कहा था।