संसद सत्र: विपक्षी सांसदों ने दोनों सदनों में की जमकर नारेबाज़ी

07:59 pm Aug 05, 2021 | सत्य ब्यूरो

पेगासस जासूसी के मामले पर गुरूवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा होता रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसदों ने दोनों सदनों में एक बार फिर इस मामले को उठाया और नारेबाज़ी की। हंगामा बढ़ने पर लोकसभा और राज्यसभा को पहले दिन में कई बार और फिर दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा। 

लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने से पहले स्पीकर ओम बिड़ला ने पुरूष हॉकी टीम और मुक़्केबाज़ लवलीना को टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी और कहा कि इससे देश का गौरव बढ़ा है। 

बुधवार को भी विपक्षी दलों के सांसदों ने कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में इस मुद्दे पर नारेबाज़ी की थी। इस वजह से राज्यसभा और लोकसभा में लगातार हंगामा होता रहा था और दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही थी। 

टीएमसी के 6 सांसद निलंबित 

बुधवार को राज्यसभा से टीएमसी के 6 सांसदों को हंगामा करने व नियमों का उल्लंघन करने को लेकर दिन भर के लिए निलंबित कर दिया गया। ये सभी सांसद पेगासस मामले में प्लेकार्ड लेकर वेल में आ गए थे। इन सांसदों में डोला सेन, नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांता छेत्री, अर्पिता घोष और मौसम नूर शामिल हैं। 

विपक्ष ने जारी किया बयान

इस बीच 18 विपक्षी दलों के सांसदों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि वे पेगासस और किसान आंदोलन के मसले पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार संसद में कामकाज न होने के लिए विपक्ष को बदनाम कर रही है। इस बयान में कांग्रेस से लेकर एनसीपी, आरजेडी, आम आदमी पार्टी सहित कई दलों के सांसदों के नाम हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी सांसदों की बैठक में कहा था कि सदन का न चलना संसद का, संविधान का और लोकतंत्र का अपमान है। 

दोनों सदनों में हो रहा हंगामा 

मानसून सत्र में हर दिन संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा व शोरगुल हो रहा है। पेगासस जासूसी मामले और किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष के हमलावर रूख़ के कारण सरकार बुरी तरह घिर गई है। बता दें कि बीते कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में हंगामा हो रहा है। पेगासस जासूसी के अलावा किसान आंदोलन को लेकर भी संसद से सड़क तक माहौल बेहद गर्म है। 

जंतर-मंतर पर डटे किसान 

केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की संसद जारी है। इस संसद का आयोजन संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किया जा रहा है। किसानों की यह संसद 13 अगस्त तक चलेगी। बारिश के बीच भी किसान आंदोलन और संसद में डटे हुए हैं।