देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से नई ऊँचाई पर पहुँच गए हैं। रविवार को 24 घंटे में 1 लाख 68 हज़ार 912 पॉजिटिव केस आए। यह अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। एक दिन पहले ही क़रीब 1 लाख 52 हज़ार केस आए थे। यानी एक दिन में क़रीब 16 हज़ार केस और बढ़ गए। स्वास्थ्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार, 24 घंटों में 904 लोगों की मौत हुई है।
इसके साथ ही देश में अब कोरोना पॉजिटिव सक्रिय मामलों की संख्या 12 लाख से भी ज़्यादा हो गई है। देश भर में अब तक कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1 करोड़ 35 लाख 27 हज़ार से ज़्यादा हो गई है और 1 लाख 70 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को रविवार के 1.68 लाख के जो आँकड़े जारी किए हैं वह लगातार दूसरा दिन है जब डेढ़ लाख से ज़्यादा केस आए हैं। यह लगातार छठी बार है जब एक लाख से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। अब तक कुल सात बार 1 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आए हैं।
देश में सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र कोरोना से प्रभावित है। राज्य में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड केस आए हैं। रविवार को एक दिन में 63 हज़ार 294 मामले आए हैं। राज्य में यह अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। इससे पहले सबसे ज़्यादा केस 7 अप्रैल को 59,907 नए मामले सामने आए थे।
राज्य में पिछले 24 घंटों में 349 लोगों की मौत हुई है। राज्य में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पुणे में आए और वहाँ 12 हज़ार 590 मामले दर्ज किए गए। पुणे में 16 लोगों की मौतें हुईं। मुंबई में 24 घंटे में 9 हज़ार 989 संक्रमण के मामले आए और 58 लोगों की मौत हुई। नागपुर में 6700 से ज़्यादा केस आए। ठाणे और नाशिक में भी क़रीब 3-3 हज़ार केस आए।
महाराष्ट्र में बेतहाशा बढ़ रहे संक्रमण के बीच अस्पतालों में सुविधाएँ कम पड़ने लगी हैं। अस्पताल बेड के अलावा दवाएँ भी कम पड़ने लगी हैं।
हाल ही में राज्य सरकार ने कहा था कि कोरोना वैक्सीन की कमी की वजह से कई टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा था। बाद में केंद्र से वैक्सीन की आपूर्ति की गई। वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच में आरोप-प्रत्यारोप भी लगे थे।
इस बीच महाराष्ट्र में वीकेंड लॉकडाउन भी लगाया गया है। पिछले महीने से ही राज्य में रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है। अब राज्य में पूर्ण लॉकडाउन पर विचार किया जा रहा है। कयास तो यह लगाया जा रहा है कि कोरोना को संक्रमण की शृंखला को तोड़ने के लिए लॉकडाउन जल्द ही लगाया जा सकता है।
महाराष्ट्र के बाद दक्षिण के राज्य केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आँध्र प्रदेश में संक्रमण के मामले काफ़ी ज़्यादा हैं। इसके अलावा दिल्ली में भी संक्रमण काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा है कि पिछले 10-15 दिनों में कोरोना के केस तेज़ी से बढ़े हैं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है और यह बेहद ख़तरनाक है। उन्होंने कहा हि तीसरी लहर से भी ज़्यादा ख़राब हालात हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 10 हज़ार 732 मामले दर्ज किए गए हैं। इससे एक दिन पहले शनिवार को एक दिन में 7,897 नए कोरोनो वायरस के मामले आए थे। दो दिन पहले ही दिल्ली नये प्रतिबंधों की घोषणा की गई है। स्कूलों और कॉलेजों को इस सप्ताह के शुरू में ही बंद करने के लिए कहा गया था। रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है।