चीन पर बुरी तरह घिरा केंद्र, पवन खेड़ा ने लगाए कई आरोप

07:01 pm Dec 19, 2022 | सत्य ब्यूरो

चीन के मुद्दे पर मोदी सरकार लगातार घिरती जा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आज 19 दिसंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बेटे और विवेकानंद फाउंडेशन को लेकर तीखे सवाल पूछे। कांग्रेस लगातार इस बात को उठा रही है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन पर बयान क्यों नहीं दे रहे हैं। वो चीन पर क्यों चुप है। कांग्रेसी सांसदों ने आज 19 दिसंबर को संसद में भी चीन पर बहस नहीं देने पर जबरदस्त हंगामा किया।

केंद्र सरकार ने कांग्रेस से संबद्ध राजीव गांधी फाउंडेशन और राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के एफसीआरए (विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम या FCRA) लाइसेंसों को पिछले साल रद्द कर दिया था। सरकार का कहना है कि 2005 और 2007 के बीच चीनी दूतावास से कांग्रेस के दोनों संगठनों ने अवैध रूप से ₹1.35 करोड़ प्राप्त किए थे। इसीलिए उनके लाइसेंस रद्द किए गए। पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला था। उसके बाद कांग्रेस सक्रिय हुई और उसने तथ्य बताकर बीजेपी को भी घेरा है। 

पवन खेड़ा ने सोमवार को कहा कि थिंक-टैंक और रिसर्च संगठन अक्सर विदेशों से धन प्राप्त करते हैं। लेकिन उन्होंने कांग्रेस पर बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर के बेटे जिस संगठन के लिए काम करते हैं, उस संगठन को चीनी दूतावास से तीन बार ग्रांट मिली थी। खेड़ा ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से मिला पैसा तो सार्वजनिक डोमेन में है। तमाम संगठनों को इस तरह से हर जगह से फंड प्राप्त होता है। उन्होंने कहा-

जिस संगठन के लिए विदेश मंत्री के बेटे काम करते हैं, उस संगठन को चीनी दूतावास से तीन बार फंड प्राप्त हुआ। लेकिन हमने कोई आरोप नहीं लगाया...। अब बीजेपी ने जब कांग्रेस का मामला उठाया है तो उसे इस मुद्दे पर जवाब देना ही होगा।


-पवन खेड़ा, कांग्रेस प्रवक्ता, 19 दिसंबर 2022

दरअसल, पवन खेड़ा ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ध्रुव जयशंकर का जिक्र कर रहे थे। खेड़ा और अन्य मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 2016 में 1.26 करोड़ रुपये और 2017 में कोलकाता में चीनी वाणिज्य दूतावास से 50 लाख रुपये ओआरएफ दिए गए थे। ध्रुव जयशंकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बेटे हैं। विदेश मंत्री ने अभी तक कांग्रेस के इस आरोप का जवाब नहीं दिया है। ओआरएफ ने भी इस पर कोई सफाई नहीं दी है।

खेड़ा ने पूछा कि आखिर विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन जैसे संगठन, जिनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जुड़े थे, चीन के साथ क्या संबंध रखते हैं। कांग्रेस विवेकानंद फाउंडेशन के सवाल को लगातार पूछ रही है।

पवन खेड़ा ने कहा कि बीजेपी जवाब दे ... पीएम मोदी चीन से क्यों डरते हैं? वह अपनी बात क्यों नहीं रखते? चीन के सामने मुंह क्यों नहीं खोलते? वह चीन को क्लीन चिट क्यों देते हैं और हमारे ही जवानों के बलिदान को क्यों नकारते हैं...।


- पवन खेड़ा, कांग्रेस प्रवक्ता, 19 दिसंबर 2022

अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ और लद्दाख के गलवान में संघर्ष को लेकर कांग्रेस मोदी पर लगातार हमला कर रही है। इस संबंध में कल रविवार को पार्टी नेता जयराम रमेश ने सरकार से सात सवाल भी किए थे।

इस बीच कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में चीन के मुद्दे पर बहस कराने के लिए सरकार पर दबाव बना रखा है। हालांकि सरकार भी चीन पर बहस करने से लगातार इनकार कर रही है।

बीजेपी ने उल्टा कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वो एफसीआरए लाइसेंस रद्द होने पर तमाम सवालों के जवाब देने से बचने के लिए तवांग सेक्टर की घटना का इस्तेमाल कर रही है।

हालांकि एफसीआरए लाइसेंस का मुद्दा मीडिया की सुर्खियों से कभी दूर नहीं रहा। लेकिन इस महीने अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ सीमा विवाद के बाद फिर से उठा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर हैशटैग #JawabDoModi ट्रेंड कराया था।