बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की बहन ने की शांति की अपील, हत्या में 6 गिरफ्तार

07:55 pm Feb 22, 2022 | सत्य ब्यूरो

हर्षा की बहन अश्विनी ने मंगलवार को मीडिया से बात की

कर्नाटक के शिमोगा (शिवमोग्गा) में मारे गए बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा हिन्दू की बहन अश्विनी ने आज कहा कि उसके भाई की जान हिन्दू-हिन्दुत्व के चक्कर में गई। मैं सभी पैरंट्स से अनुरोध करती हूं कि अपने बच्चों को बेहतर नागरिक बनाएं। हर्षा ने हिन्दू, मुस्लिम सभी से शांति की मार्मिक अपील की। हर्षा के इस वीडियो बयान को मुख्यधारा का मीडिया नहीं दिखा रहा है लेकिन कन्नड़ के क्षेत्रीय चैनलों पर वीडियो की धूम मच गई है। सोशल मीडिया पर अश्विनी का वीडियो वायरल हो चुका है। आल्ट न्यूज के सहसंस्थापक मोहम्मद जुबैर ने भी वीडियो को शेयर किया है। उधर, उधर, शिमोगा में शुक्रवार सुबह तक कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है

शिमोगा में एक दिन पहले बजरंग दल कार्यकर्ता का शव पाया गया था। पुलिस का कहना है कि करीब तीन-चार लोगों ने हर्षा की हत्या की थी। हत्या की वजह का साफ पता नहीं चल पाया है। पुलिस इसे पुरानी दुश्मनी से जोड़ रही है, लेकिन कर्नाटक के कुछ मंत्री और बीजेपी नेता इसे हिजाब से जोड़कर अलग भाषा बोल रहे हैं। पुलिस ने दो आरोपियों नदीम और काशिफ को इस मामले में गिरफ्तार करने की घोषणा भी मंगलवार को की। शिमोगा में दो दिन से हिंसा हो रही है। वहां आज कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा।

अश्विनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं अपने हिन्दू-मुस्लिम भाई-बहनों से हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूं कि आप अपने घरों में अच्छे बच्चे बने। धर्म की राजनीति के चक्कर में न पड़ें। मैं आप सबसे शांति की अपील करती हूं। मेरा भाई हिन्दूवादी राजनीति में पड़कर बर्बाद हो गया।  

इस बीच  हर्षा की हत्या के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि इन सभी का आपराधिक रिकॉर्ड है। 12 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार लोगों में से तीन ने हत्या की थी। सभी शिवमोग्गा के रहने वाले हैं और इनकी उम्र 20 से 22 साल के बीच है। पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी प्रसाद ने कहा कि मामले की जांच जारी है। हालांकि हत्या का मकसद अभी पता नहीं चला है।

पुलिस ने दो की पहचान बताई, एक पर विवादपुलिस ने इस मामले में 6 लोगों की गिरफ्तारी की बात कही है, लेकिन उसने दो नाम नदीम और काशिफ मीडिया को बताए हैं। बाकी नाम नहीं बताए गए हैं। लेकिन काशिफ की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसके ट्रक ड्राइवर पति को पुलिस ने इस मामले में फंसाया है।

इंडिया टुडे से आरोपी काशिफ की पत्नी मोहसिना ने कहा कि जिस दिन बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या हुई थी, उस दिन उनके पति यह कहकर रात 8 बजे बाहर गये था कि वह बच्चे के लिए डायपर लाने जा रहे हैं, लेकिन वो रात 11 बजे के बाद आये। मोहसिना ने कहा, मैंने उनसे पूछा कि वह कहाँ थे, उन्होंने कहा कि दोस्तों के साथ था। बाद में, पुलिस आई और उन्हें उठाकर ले गई। मोहसिना ने कहा कि मेरे पतिड्राइवर हैं और उनका इस मामले से कोई लेनादेना नहीं है। उन्हें फंसाया जा रहा है।

बहरहाल, कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि हत्या में मुस्लिम गुंडे शामिल थे। उन्होंने कांग्रेस के डीके शिवकुमार पर "मुस्लिम गुंडों को प्रोत्साहित करने" का आरोप लगाया।

हालांकि कर्नाटक सरकार ने हत्या को हिजाब विवाद से जुड़े होने की किसी भी संभावना से इनकार किया है, लेकिन एक मंत्री ने आज कहा कि "हिजाब विवाद सहित सभी पहलू" की जांच की जाएगी।

राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, "हिजाब विवाद भी जांच के दायरे में हैं। कल पथराव करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने आरोप लगाया कि हर्षा को शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब का विरोध करने के लिए "जिहादी कट्टरपंथियों" ने मार डाला।

बता दें कि इस सारे घटनाक्रम में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा का आपराधिक रेकॉर्ड भी सामने आ गया है। उसके खिलाफ शिमोगा में 5 मामले दर्ज हैं। सत्य हिन्दी ने इस पर आज एक विशेष रिपोर्ट प्रकाशित की है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वो हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद बढ़ाने वाली पोस्ट सोशल मीडिया पर करता था।