महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने युग के हीरो थे जबकि डॉक्टर अंबेडकर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी नए युग के हीरो हैं। कोश्यारी बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे।
क्या कहा कोश्यारी ने?
कोश्यारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “जब वह हाई स्कूल में पढ़ते थे तो शिक्षक पूछते थे कि आपका फेवरेट नेता कौन है, तो उस वक्त कुछ लोगों को सुभाष चंद्र बोस, कुछ लोगों को नेहरू, कुछ लोगों को गांधीजी अच्छे लगते थे। मुझे ऐसा लगता है कि अगर कोई आपसे कहे कि आप का आइकॉन कौन है, आप का नेता कौन है तो आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आपको यहीं महाराष्ट्र में मिल जाएंगे। शिवाजी तो पुराने युग की बात हैं। नए युग में डॉक्टर अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक सब आपको यही मिल जाएंगे।”
राजस्थानी-गुजराती विवाद
इस साल जुलाई में अंधेरी में एक कार्यक्रम के दौरान कोश्यारी के द्वारा दिए बयान को लेकर विवाद हो गया था। कोश्यारी ने कहा था कि महाराष्ट्र से खासतौर पर मुंबई और ठाणे से अगर गुजराती और राजस्थानी समाज के लोग निकल गए तो यहां पैसा नहीं बचेगा और यह लोग अगर चले गए तो देश की आर्थिक राजधानी भी मुंबई नहीं रह जाएगी।
उस वक्त शिवसेना से लेकर कांग्रेस, एनसीपी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कोश्यारी के बयान का पुरजोर विरोध किया था।
महा विकास आघाडी सरकार के कार्यकाल के दौरान शिवसेना लगातार राज्यपाल कोश्यारी पर हमलावर रही थी। शिवसेना ने कई बार मांग की थी कि केंद्र सरकार राज्यपाल को वापस बुलाए। शिवसेना ने कहा था कि राज्यपाल को बीजेपी के एजेंडे पर नाचने के लिए मजबूर किया जाता है।
सेक्युलर वाले बयान पर विवाद
कुछ साल पहले कोश्यारी के द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में दिए गए एक बयान को लेकर भी विवाद हुआ था। तब कोश्यारी ने कहा था, ‘क्या आपको कोई दैवीय प्रेरणा मिल रही है कि आप मंदिर नहीं खोल रहे हैं। क्या आप अचानक सेक्युलर हो गए हैं? पहले तो आप इस शब्द से ही नफरत करते थे।’ तब महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के कारण राज्य के धार्मिक स्थलों को खोलने से इनकार किया था।
तड़के दिला दी थी शपथ
नवंबर, 2019 में कोश्यारी ने तड़के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी थी। आज़ाद भारत के इतिहास में यह पहला मौक़ा था जब आनन-फानन में इतनी सुबह किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाकर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।
भगत सिंह कोश्यारी की वजह से पिछली महा विकास आघाडी सरकार के दौरान एक साल तक महाराष्ट्र में विधानसभा के स्पीकर का चुनाव नहीं हो सका था। लेकिन बीजेपी-एकनाथ शिंदे की सरकार बनते ही विधानसभा स्पीकर का चुनाव हो गया और शिंदे गुट के राहुल नार्वेकर स्पीकर भी बन गए।