दिल्ली के केजरीवाल मंत्रिमंडल में पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज और अतिशी मरलेना को शामिल किया जाएगा। मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन दोनों के नाम उप राज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेजे हैं। ये दोनों दिल्ली मंत्रिमंडल में सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया की जगह लेंगे।
नयी नियुक्तियाँ इसलिए की जानी हैं कि दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। सिसोदिया को दो दिन पहले ही सीबाआई ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। उन पर शराब घोटाले में आरोप लग रहे हैं। सिसोदिया और जैन के इस्तीफे से पहले दिल्ली सरकार में कुल छह मंत्री थे। इसमें सबसे ज्यादा 33 में से 18 विभाग मनीष सिसोदिया के ही पास थे। पिछले साल मई में सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनका स्वास्थ्य विभाग भी सिसोदिया को ही दे दिया गया था। सरकार में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राज कुमार आनंद ही अब मंत्री हैं।
सौरभ भारद्वाज दक्षिण दिल्ली के ग्रेटर कैलाश निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और आप के मुख्य प्रवक्ता भी हैं। वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं, जो राष्ट्रीय राजधानी में पानी की आपूर्ति के लिए जिम्मेदार एजेंसी है। वह 2013-14 में 49 दिनों के कार्यकाल के दौरान आप सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। तब केजरीवाल ने भ्रष्टाचार विरोधी जन लोकपाल विधेयक लाने में विफलता की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।
अतिशी कालकाजी से विधायक हैं और आप की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य हैं। उन्होंने 2015 और 2017 के बीच मुख्य रूप से शिक्षा पर सिसोदिया के सलाहकार के रूप में काम किया है। वह पिछले कुछ वर्षों में पार्टी के एक प्रमुख चेहरे के रूप में उभरी हैं।
मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले दिल्ली सरकार के मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि शहर के लोगों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ देने का उनकी पार्टी का उद्देश्य पहले की तरह ही रहेगा। कार्यभार संभालने के बाद पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें आवंटित सभी विभागों को उनके द्वारा किए गए कार्यों का पीपीटी तैयार करने को कहा है।
मनीष सिसोदिया सत्येंद्र जैन का इस्तीफा तब आया जब सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया को राहत देने से इनकार कर दिया और उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय में उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने को कहा।
सिसोदिया को दिल्ली के कथित आबकारी घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ़्तार किया गया है और उन्हें दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को पाँच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सिसोदिया को 4 मार्च तक सीबीआई की हिरासत में रहना है। केंद्रीय जाँच एजेंसी ने सोमवार को दिल्ली के राउज एवन्यू कोर्ट से पाँच दिन की ही हिरासत मांगी थी और उसे यह मिल भी गई थी।
भाजपा सवाल कर रही थी कि भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार होने के बावजूद दोनों मंत्री कैबिनेट में क्यों बने हुए हैं। आप ने कल जोर देकर कहा था कि इस्तीफे अपराध की स्वीकृति नहीं है और इसे एक प्रशासनिक कदम के रूप में बताया।