श्रीनिवास बोले- बिना डरे लोगों की मदद करते रहेंगे, पुलिस ने पूछे सवाल

05:34 pm May 14, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

कोरोना महामारी के मुश्किल वक़्त में अपनी पूरी टीम के साथ लोगों की मदद करने में जुटे युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा है कि वह बिना डरे लोगों की मदद करते रहेंगे। बात चाहे ऑक्सीजन सिलेंडर के इंतजाम की हो, दवाइयों की, बेड्स की या फिर प्लाज्मा के इंतजाम की, मदद मांगते ही ज़रूरी चीजों की तलाश में जुट जाने वाले श्रीनिवास से शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की। 

क्या है मामला?

डॉ. दीपक सिंह नाम के शख़्स ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा है कि कुछ राजनेता कोरोना की दवाइयों के अवैध वितरण में शामिल हैं। इस पर अदालत ने दिल्ली पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया है। 

इस याचिका में श्रीनिवास के अलावा आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय, बीजेपी सांसद गौतम गंभीर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कोरोना काल में लोगों की भरपूर मदद कर रहे कांग्रेस के पूर्व विधायक मुकेश शर्मा और बीजेपी सांसद सुजॉय विखे का नाम शामिल है। 

याचिका में मेडिकल माफ़िया और राजनेताओं का गठजोड़ होने की बात कही गई है। याचिका में श्रीनिवास और उनकी टीम पर भी आरोप लगाया गया है कि ये लोग कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों को अवैध रूप से बांट रहे हैं। 

देखिए, श्रीनिवास के साथ बातचीत- 

हाई कोर्ट का निर्देश

दिल्ली पुलिस का कहना है कि हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को इस मामले में जांच करने का निर्देश दिया है और वह अदालत के निर्देश पर ही श्रीनिवास सहित बाकी नेताओं के ख़िलाफ़ जांच कर रही है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम युवक कांग्रेस के दिल्ली स्थित ऑफ़िस में गई थी और उसने श्रीनिवास के बयान को रिकॉर्ड किया। 

दिल्ली पुलिस के द्वारा पूछताछ करने के बाद श्रीनिवास ने एनडीटीवी से बातचीत की। बातचीत में युवक कांग्रेस नेता ने कहा, “हम अपना काम नहीं रोकेंगे और बिना रुके काम करते रहेंगे। जब हमने कुछ भी ग़लत नहीं किया है तो हम क्यों डरें। अगर हमारी छोटी-छोटी कोशिशों से किसी की जान बच जाती है तो हम नहीं रुकेंगे और इस तरह की जनहित याचिकाओं से नहीं डरते।” 

श्रीनिवास ने कहा, “हमने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बताया है कि हम किस तरह से लोगों की मदद कर रहे हैं।” 

दूतावासों की भी की मदद 

युवक कांग्रेस की ओर से की जा रही मदद को लेकर हाल ही में तब विवाद खड़ा हुआ था जब न्यूज़ीलैंड और फिलीपींस के दूतावासों को इस संगठन की ओर से ऑक्सीजन की सप्लाई की गई थी। दूतावासों ने इस मामले में कांग्रेस से मदद मांगी थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच वाकयुद्ध चला था। 

चिता को मुखाग्नि देते श्रीनिवास बीवी।

दिलीप पांडे, पप्पू यादव भी निशाने पर 

कोरोना के इस त्रासदी भरे वक़्त में जब लोग अपने संक्रमित परिजनों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हैं और उन्हें गंगा में बहा दे रहे हैं तो श्रीनिवास के अलावा कुछ और लोग हैं जो 

आम लोगों के खिदमतगार बने हैं और जिन्हें परेशान किया जा रहा है। इनमें बिहार से आने वाले पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव, आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय और दिल्ली कांग्रेस के पूर्व विधायक मुकेश शर्मा का नाम शामिल है। दिलीप पांडेय ने भी कहा है कि वे एक नहीं एक हज़ार बार पीड़ितों की मदद करेंगे, भले ही इस गुनाह के लिये मोदी-अमित शाह उन्हें फांसी चढ़ा दें। 

पप्पू यादव को बिहार पुलिस ने 32 साल पुराने एक मामले में गिरफ़्तार कर लिया है और दिलीप पांडेय और मुकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस ने समन भेज दिया है। 

बात सीधी सी है कि इन लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने की कोशिश करके क्या कोई गुनाह कर दिया है। ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर दवाइयों तक का ये लोग अपने निजी संबंधों के दम पर इंतजाम करते हैं। 

कुछ लोग इस बात से भी परेशान हैं कि श्रीनिवास को तो सोशल मीडिया पर खूब तारीफ़ मिल रही है जबकि लोग कोरोना काल में हुई मौतों और बदइंतजामियों को लेकर मोदी सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की जमकर आलोचना कर रहे हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी युवक कांग्रेस के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने #IStandWithIYC पर ट्वीट कर कहा है कि बचाने वाला हमेशा मारने वाले से बड़ा होता है।

आख़िर दिल्ली पुलिस या इन लोगों के ख़िलाफ़ याचिका दायर करने वाले लोग दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाज़ारी करने वालों, आम लोगों से कोरोना के इलाज के नाम पर मोटी राशि लूट रहे अस्पतालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं करते। इन लोगों के ख़िलाफ़ याचिका दायर करना, पुलिस के द्वारा पूछताछ करना सिर्फ और सिर्फ़ अच्छा काम करने वालों के हौसलों को तोड़ना है क्योंकि शायद इनका अच्छा काम कुछ लोगों को पच नहीं पा रहा है।