दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग ख़त्म होने के बाद सर्वे करने वाली एजेंसियों ने एग्ज़िट पोल की रिपोर्ट जारी कर दी। अधिकतर एग्ज़िट पोल में बीजेपी की सरकार बनने के आसार बताए गए हैं। एग्ज़िट पोल में अरविंद केजरीवाल की आप सरकार के हारने की भविष्यवाणी की गई है। हालाँकि, कुछ एग्ज़िट पोल में आप के सत्ता में लौटने की संभावना भी जताई गई है।
दिल्ली चुनाव को लेकर आए 10 एग्ज़िट पोलों में से 8 में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की गई है। सिर्फ़ दो में आप के सत्ता बरकरार रखने के आसार हैं। पीपल्स पल्स के एग्ज़िट पोल में बीजेपी को 51-60 सीटें, आप को 10-19 सीटें और कांग्रेस को जीरो सीट मिलने की संभावना जताई गई है।
यदि इन दस एग्ज़िट पोल के आधार पर पोल ऑफ़ पोल्स किया जाए तो इसके अनुसार औसत रूप से बीजेपी को 39 सीटें, आप को 30 सीटें और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है।
वीप्रिसाइड ने पीपल्स पल्स के ठीक उलट एग्ज़िट पोल की भविष्यवाणी की है और कहा है कि आप सरकार बरकरार रहेगी। वीप्रिसाइड के अनुसार दिल्ल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 18-23 सीटें मिल सकती हैं, जबकि आप को 46-52 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने के आसार बताए गए हैं।
जेवीसी, चाणक्य स्ट्रैटेजीज और पी-मार्क ने संभावना जताई है कि बीजेपी कम से कम 39 सीटें जीतेगी, जबकि डीवी रिसर्च का मानना है कि वह जादुई आंकड़े को छू लेगी। पोल डायरी (50) और पीपुल्स पल्स (60) को छोड़कर, प्रत्येक ने बीजेपी को अधिकतम 40 से अधिक सीटें दी हैं।
रिपब्लिक टीवी- मैटराइज के सर्वे में बीजेपी को 35-40 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं। इनके अलावा आप को 32-37 सीटें और कांग्रेस को 0-1 सीट मिल सकती है। एग्ज़िट पोल में वोट प्रतिशत का भी प्रोजेक्शन दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी को 46 फ़ीसदी, आप को 44 फ़ीसदी, कांग्रेस को 2 फ़ीसदी को 2 फ़ीसदी और अन्य को 8 फ़ीसदी वोट मिल सकते हैं।
पी-मार्क ने बीजेपी को 39-49 सीटें, आप को 21-31 और कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने के आसार बताए हैं।
अब तक आए दस सर्वे में से प्रीसाइड के अलावा माइंड ब्रिंक ने भी आम आदमी पार्टी के सत्ता बरकरार रखने के आसार बताए हैं। माइंड ब्रिंक के सर्वे के अनुसार बीजेपी को 21-25 सीटें मिल सकती हैं जबकि आप को 44-49 सीटें मिलने के आसार हैं। कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है।
पिछले चुनाव नतीजे क्या कहते हैं?
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आप ने बड़ी जीत हासिल की थी। तब उस चुनाव में केजरीवाल की पार्टी को 70 में से 62 सीटें मिली थीं। बीजेपी 8 सीटों पर सिमट गई थी। पिछले चुनाव की तरह कांग्रेस जीरो पर ही रही। हालाँकि, आप को इस चुनाव में पाँच सीटों का नुक़सान हुआ था। आप को 53.57 फीसदी वोट मिले थे तो बीजेपी को 38.51 फीसदी और कांग्रेस को 4.26 फीसदी। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 2015 के मुक़ाबले काफी कम हो गया।
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आप ने रिकॉर्ड 67 सीटें जीती थीं। तब बीजेपी सिर्फ़ 3 सीटें ही जीत पाई थी। 2015 के चुनाव में कांग्रेस की हालत ख़राब थी और वह एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस चुनाव में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.2 फीसदी और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे।
उससे पहले विधानसभा चुनाव 2013 में आम आदमी पार्टी पहली बार चुनाव लड़ने उतरी थी। तब उसने 28 सीटों पर जीत हासिल की थी। उस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 31 सीटें मिली थीं। कांग्रेस 8 सीटें जीतकर सत्ता से बाहर हो गई थी। हालाँकि, कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए आप को समर्थन दे दिया था। अरविंद केजरीवाल की सरकार कुछ दिनों तक कांग्रेस के सहयोग से चली।