दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर गुरुवार को तलाशी ली गई। चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की। भगवंत मान यहाँ आप के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आवास पर चुनाव आयोग के अधिकारियों और पुलिस के पहुँचने पर आम आदमी पार्टी ने मुद्दा बना दिया और बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस बीच 15 मिनट की अधूरी तलाशी के बाद दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारी वापस लौट गए। तो सवाल है कि यह तलाशी क्यों ली गई?
भगवंत मान ने गुरुवार शाम को कहा, 'आज दिल्ली पुलिस के साथ चुनाव आयोग की टीम दिल्ली में मेरे घर कपूरथला हाउस रेड करने पहुँची है। दिल्ली के अंदर भाजपा वाले खुले आम पैसे बाँट रहे हैं पर दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग को कुछ नहीं दिख रहा है। इस सब पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। एक तरीके से दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर पंजाबियों को बदनाम कर रहे हैं, जो बहुत ही निंदनीय है।'
इस बीच दिल्ली की सीएम आतिशी ने एक्स पर लिखा, 'बीजेपी के लोग दिनदहाड़े पैसे, जूते, चादरें बाँट रहे हैं- जो दिखाई नहीं देता। इसके बजाय वे एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के आवास पर छापा मारने जाते हैं। वाह बीजेपी! दिल्ली की जनता 5 तारीख़ को इसका जवाब देगी!'
यह घटनाक्रम दिल्ली पुलिस द्वारा 'पंजाब सरकार' स्टिकर और राज्य की पंजीकरण संख्या वाले एक निजी वाहन को जब्त किए जाने के एक दिन बाद हुआ है। दिल्ली पुलिस ने पंजाब भवन के पास खड़ी गाड़ी में शराब, नकदी और आप की चुनाव प्रचार सामग्री लदी पाए जाने के बाद मामला दर्ज किया है।
बहरहाल, गुरुवार को दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारी दिल्ली के कपूरथला में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आधिकारिक घर पर नकदी बाँटने की शिकायत के बाद पहुंचे। नयी दिल्ली जिले के जिला चुनाव अधिकारी ने इस मामले में एक पोस्ट की है।
चुनाव कार्यालय की ओर से कहा गया है कि यह कपूरथला हाउस, नई दिल्ली में नकदी के कथित वितरण के संबंध में cVIGIL शिकायत के जवाब में की गई कार्रवाई को स्पष्ट करने के लिए है। इसने कहा है, "शिकायत cVIGIL ऐप के माध्यम से प्राप्त हुई थी, एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म जहाँ कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकता है। मानक प्रोटोकॉल के अनुसार, पास में तैनात नई दिल्ली AC की फ्लाइंग स्क्वाड टीम को कंट्रोल रूम द्वारा शिकायत की जाँच करने और निर्धारित 100 मिनट की समय सीमा के भीतर उचित कार्रवाई करके इसे बंद करने का काम सौंपा गया था।'
इसने आगे पोस्ट में कहा था, 'शिकायत मिलने पर, फ्लाइंग स्क्वाड टीम तुरंत कपूरथला हाउस में कथित उल्लंघन के स्थान पर पहुँच गई। हालाँकि, सुरक्षा कर्मियों द्वारा टीम को शिकायत को सत्यापित करने के लिए परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।' हालाँकि, बाद में अधिकार आवास में पहुँचे और 15 मिनट बाद बाहर आ गए।
आप ने इस कार्रवाई को लेकर आरोप लगाया है कि बीजेपी के इशारे पर यह कार्रवाई की जा रही है। खुद अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई से पहले यमुना में 'ज़हर' वाले मामले पर ईसीआई और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर तीखा हमला किया है।
दिल्ली चुनाव में यमुना के पानी में 'ज़हर' मिलाने के आरोप के बाद नोटिस पर जवाब दिए जाने के बावजूद चुनाव आयोग द्वारा और सबूत मांगा गया है। इस पर केजरीवाल ने कहा है कि यदि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को राजनीति ही करनी है तो दिल्ली की किसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ लें। उन्होंने कहा कि वह राजीव कुमार और उनके चुनाव आयुक्तों को यमुना के पानी की तीन बोतलें भेजेंगे और उन्हें पानी पीने की चुनौती दी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर तीखा हमला करते हुए अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं चुनाव आयोग से सम्मानपूर्वक कहना चाहता हूं कि वे दिल्ली में खुलेआम पैसे बांटते हुए नहीं देख सकते। वे शहर में कंबल बांटते हुए नहीं देख सकते... चुनाव आयोग राजनीति कर रहा है क्योंकि राजीव कुमार रिटायरमेंट के बाद नौकरी चाहते हैं। मैं राजीव कुमार से कहना चाहता हूं कि इतिहास आपको माफ नहीं करेगा। राजीव कुमार ने चुनाव आयोग को बर्बाद कर दिया है।'
केजरीवाल की यह टिप्पणी चुनाव आयोग द्वारा आप प्रमुख को एक और पत्र भेजे जाने के कुछ घंटों बाद आई है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी जनहित में की गई थी। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से शुक्रवार सुबह 11 बजे तक तथ्यात्मक सबूत पेश करने और पांच सवालों के जवाब देने को कहा है। ऐसा नहीं किए जाने पर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। चुनाव आयोग ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री से कहा कि यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने के मुद्दे को नदी को जहरीला बनाने के उनके आरोप से न जोड़ें। चुनाव आयोग ने केजरीवाल को हरियाणा सरकार के खिलाफ अपने आरोपों को स्पष्ट करने का एक और मौका दिया। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से यमुना में जहर के प्रकार, मात्रा, प्रकृति और तरीके के बारे में साफ़-साफ़ जवाब के साथ तथ्यात्मक सबूत पेश करने को कहा।
माना जा रहा है कि दिल्ली चुनाव में इस बार काँटे की टक्कर है। दिल्ली चुनाव में इस बार भी त्रिकोणीय मुक़ाबला होगा। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आप लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हथियाने की कोशिश में है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रही है और उसे उम्मीद है कि वह चौंकाने वाली जीत हासिल करेगी।
(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है)