दिल्ली की एक चर्च में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। इसको लेकर पुलिस में शिकायत दी गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य रविवार सुबह प्रार्थना के दौरान चर्च में घुस गए, तोड़फोड़ की और परिसर के अंदर नारेबाजी की। एक व्यक्ति को मामूली चोटें आई हैं। इस घटना के बाद चर्च की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
घटना ताहिरपुर क्षेत्र के सियोन प्रार्थना भवन में हुई। आरोप है कि कुछ लोगों की भीड़ ने आकर प्रार्थना रोक दी, वहां मारपीट और तोड़फोड़ की, साथ ही उकसावे वाले नारे लगाए गए। इसके बाद समुदाय के लोगों द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने जाने पर क़रीब सौ लोगों की भीड़ ने कई घंटों तक थाने को घेरकर नारेबाज़ी की। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा है कि उन्होंने चर्च में हंगामा करने में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एहतियात के तौर पर चर्च में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
द वायर की रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रार्थना करते समय कुछ हिंदू संगठन के सदस्यों ने उन पर लाठियों से हमला किया। थाने के बाहर नारेबाजी कर रहे लोगों में अनमोल नाम के एक शख्स ने द वायर से कहा, ‘वो हिंदू-बहुल एरिया में प्रार्थना क्यों कर रहे थे? हमारा त्योहार रक्षाबंधन कुछ दिनों में आने वाला है और हम धर्म परिवर्तन की प्रार्थना अपने इलाक़े में नहीं होने देंगे।’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार हमले में शामिल हिंदू संगठनों का आरोप है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के ताहिरपुर स्थित सियोन प्रार्थना भवन में प्रार्थना की आड़ में हिंदू धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हमले के बाद चर्च के एक सदस्य द्वारा शूट किए गए वीडियो में प्रार्थना कक्ष के फर्श पर उलटे फर्नीचर और क्षतिग्रस्त संगीत वाद्ययंत्र बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिख रहे शख्स आरोप लगाते हैं कि चर्च में महिला और पुरुषों को पीटा गया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पीड़ितों का आरोप है कि हमलावर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्य थे। पुलिस ने कहा कि चर्च के सदस्य, जो शिकायत दर्ज कराने के लिए पास के जीटीबी एन्क्लेव पुलिस स्टेशन गए थे, वहां भी आक्रामक भीड़ ने नारे लगाए। मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस चर्च के पास सुरक्षा कैमरों से वीडियो फुटेज के माध्यम से आरोपी लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने कहा है कि उन्होंने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर प्रथम सूचना रिपोर्ट यानी एफ़आईआर दर्ज की है।