महाराष्ट्र के मुंबई, कर्नाटक के बेंगलुरु के बाद अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी क्रिसमस और नये साल के जश्न के लिए इकट्ठे होने पर पाबंदी लगा दी गई है। सरकार का यह फ़ैसला तब आया है जब दिल्ली में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली में अब तक 57 ओमिक्रॉन के मामले दर्ज किए गए हैं। यह भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे अधिक है। भारत में इस नये वैरिएंट के अब तक कुल 213 मामलों का पता चला है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी डीडीएमए के एक आदेश के अनुसार, सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अन्य समारोहों पर रोक लगा दी गई है।
ज़िला प्रशासन के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस को आदेशों का पालन करने का निर्देश दिया गया है और ज़िला अधिकारियों को हर रोज़ की रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा गया है। बाजार व्यापार संघों को भी निर्देश दिया गया है कि वे बिना मास्क के ग्राहकों को प्रवेश न दें।
ओमिक्रॉन के अलावा दूसरे वैरिएंट के मामले भी दिल्ली में बढ़े हैं। बुधवार को 24 घंटे में दिल्ली में 125 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही अब राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 624 हो गई है।
मुंबई में भी पाबंदी
इससे पहले महाराष्ट्र के मुंबई में भी ऐसा ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने मंगलवार को सार्वजनिक समारोहों के लिए नए सख्त आदेश जारी किए हैं।
बीएमसी द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के मुताबिक़ शहर में पार्टी के आयोजकों के लिए 200 से अधिक लोगों को आमंत्रित किए जाने पर अधिकारियों से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य होगा। खुले स्थानों वाले आयोजनों में 6 फीट की दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा। क्षमता के केवल 25 प्रतिशत लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी जाएगी। बंद स्थानों में 6 फीट की दूरी को सख्ती से बनाए रखना होगा और 50 प्रतिशत क्षमता तक ही लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति होगी।
कर्नाटक में भी कुछ ऐसी ही पाबंदियों की घोषणा की गई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरु में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
हालाँकि कर्नाटक में 25 दिसंबर यानी क्रिसमस पर कोई पाबंदी नहीं होगी। ये प्रतिबंध 30 दिसंबर से 2 जनवरी, 2022 तक लागू रहेंगे। पब और रेस्तरां भी अपनी क्षमता के केवल 50% के साथ ही काम करेंगे। इससे पहले गुजरात में भी 8 प्रमुख शहरों में रात का कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई है। इस कर्फ्यू का समय रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा।
बता दें कि ओमिक्रॉन को देखते हुए एक दिन पहले ही मंगलवार को केंद्र ने राज्यों को पत्र लिखकर चेताया है। इसने राज्यों को अपनी तैयारी तेज़ करने, स्वास्थ्य व्यवस्था मज़बूत करने, जाँच व केसों की ट्रेसिंग को सुदृढ़ करने को कहा है। इसके साथ ही इसने यह भी कहा है कि किन परिस्थितियों में किस तरह के प्रतिबंध लगाए जाएँ।
केंद्र सरकार ने मंगलवार शाम को राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट से तीन गुना ज़्यादा संक्रामक है। इस पर चिंता जताते हुए केंद्र ने राज्यों से कहा है कि इसे नियंत्रित करने के लिए वार रूम को सक्रिय किया ही जाना चाहिए। केंद्र ने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन के अलावा देश के कई हिस्सों में डेल्टा वैरिएंट अभी भी मौजूद है।
केंद्र ने पत्र में रोकथाम के उपाए भी बताए हैं। इन उपायों में रात का कर्फ्यू, बड़े समारोहों का नियमन, कार्यालयों व सार्वजनिक परिवहन में लोगों की संख्या पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल हैं।
यह भी सुझाव दिया गया है कि आपातकालीन धन का उपयोग अस्पताल के बिस्तर, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन उपकरण और दवाओं सहित चिकित्सा के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए किया जाए।
टेस्ट और निगरानी को मज़बूत करने के लिए केंद्र ने डोर-टू-डोर केस ढूंढने, सभी कोविड पॉजिटिव लोगों की संपर्क ट्रेसिंग और ओमिक्रॉन के लिए क्लस्टर नमूनों की जाँच का ज़िक्र किया है।