दिल्ली में फिर से एक हफ़्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। लेकिन इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के मामले कम होते रहे तो 31 मई से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फ़िलहाल 31 मई की सुबह 5 बजे तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। मौजूदा लॉकडाउन की अवधि 24 मई की सुबह 5 बजे तक को ख़त्म हो रही थी।
राजधानी में 19 अप्रैल को ही लॉकडाउन लगाया गया था। यह पहले 26 अप्रैल तक के लिए था, जिसे एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया था। तीन मई की सुबह ख़त्म होने वाले लॉकडाउन की मियाद एक सप्ताह के लिए फिर से बढ़ाई गई थी। इसके बाद 17 मई को इसकी मियाद ख़त्म होने से पहले फिर से लॉकडाउन को एक हफ़्ते के लिए बढ़ाया गया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि अब लहर स्पष्ट रूप से कमज़ोर हो रही है। उन्होंने कहा, 'हम अभी तक नहीं जीते हैं लेकिन हम लहर पर नियंत्रण कर सकते हैं। 24 घंटों में पॉजिटिविटी रेट 2.5 प्रतिशत से नीचे है। एक समय में प्रतिदिन 28,000 मामले दर्ज किए गए थे। अब 24 घंटों में 1,600 मामले दर्ज किए गए हैं।'
बता दें कि शनिवार को पॉजिटिविटी रेट 3.58 फ़ीसदी थी। दिल्ली में एक समय जब क़रीब 28 हज़ार केस आ रहे थे तब पॉजिटिविटी रेट क़रीब 35 प्रतिशत था।
केजरीवाल ने कहा, 'हमें नहीं पता कि यह लहर कब तक चलेगी। लेकिन एक महीने के भीतर दिल्ली के लोगों ने सहयोग किया। दिल्ली ने एक परिवार की तरह वायरस से लड़ाई लड़ी है... तब भी जब ऑक्सीजन की आपात स्थिति थी... अब टीके की कमी की गंभीर समस्या है। लेकिन मुझे विश्वास है कि हम इसका भी समाधान निकाल लेंगे।'
एक समय दिल्ली में तेजी से संक्रमण के कारण अस्पताल की व्यवस्था कम पड़ गई थी। अस्पताल बेड, ऑक्सीजन, दवाएँ आदि सभी कम पड़ गई थीं।
मृतकों की संख्या भी इतनी बढ़ गई थी कि श्मशानों और कब्रिस्तानों में शवों की कतार लग गई थी। लेकिन संक्रमण के मामले कम होने पर अब वैसी स्थिति नहीं है। दिल्ली में स्थिति काबू में आती दिख रही है।
हालाँकि पूरे देश में ही संक्रमण के मामले कम होने लगे हैं। देश में कोरोना संक्रमण के मामले 4.14 लाख से घटकर अब ढाई लाख से भी नीचे आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी शनिवार के 24 घंटों के आँकड़ों के अनुसार 2 लाख 40 हज़ार 842 नये मामले आए और 3741 लोगों की मौत हुई। एक दिन पहले ही 2,57,299 मामले सामने आए थे और 4,194 लोगों की मौत हुई थी। ताज़ा आँकड़ों के बाद देश में अब तक कुल मरने वालों की संख्या 3 लाख के क़रीब पहुँच गई है और यह 2 लाख 99 हज़ार 266 हो गई है। हालाँकि आरोप लगाए जा रहे हैं कि दर्ज किए जाने वाले मौत के इन आँकड़ों से कहीं ज़्यादा कोरोना से मौतें हुई हैं।