दिल्ली जल बोर्ड के मुख्यालय में इसके उपाध्यक्ष राघव चड्ढा के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। राघव चड्ढा ने आरोप लगाया है कि 'बीजेपी के गुंडों' ने वह तोड़फोड़ की है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बाद अब राघव चड्ढा ने भी ख़ुद को निशाना बनाये जाने का आरोप बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर लगाया है।
चड्ढा ने इस घटना का वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है, 'बीजेपी के गुंडों ने दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय में तोड़फोड़ की है। मेरा पूरा कार्यालय तहस-नहस कर दिया गया है। कर्मचारियों को धमकाया गया है।'
राघव चड्ढा ने कहा, 'बीजेपी के गुंडों ने धमकी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कह देना कि किसानों का हितैषी बनना बंद करें, वरना ऐसे हमले आम आदमी पार्टी के विधायकों, नेताओं के घरों और दफ्तरों पर करेंगे।'
घटना के बाद राघव चड्ढा और आप ने एक के बाद एक कई वीडियो और ट्वीट किए व बीजेपी पर आरोप लगाए। राघव चड्ढा ने उस वीडियो को भी ट्वीट किया है जिसमें कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और सुरक्षा कर्मियों को जबरन हटाकर कार्यालय में घुस रहे हैं।
आप ने उस एक वीडियो को भी ट्वीट किया है और दावा किया है कि बीजेपी के अध्यक्ष के नेतृत्व में बीजेपी के समर्थक कार्यालय में घुस रहे हैं।
आप ने दिल्ली जल बोर्ड ऑफ़िस पर हुए हमले के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उन्हें 'बीजेपी के गुंडे' तक कह दिया। इसने आरोप लगाया कि उस भीड़ में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता भी मौजूद थे।
इस मामले में आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया गया। इसमें आरोप लगाया गया है, 'पहले उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर में नज़रबंद किया। फिर उन्होंने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास को निशाना बनाया। और अब उन्होंने राघव चड्ढा के कार्यालय में तोड़फोड़ की है। बीजेपी को डर किस चीज का है?'
इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में आप ने दावा किया था कि बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर, संपत्ति में तोड़फोड़ की थी और सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया था। इस घटना के बाद पार्टी ने मनीष सिसोदिया के घर ऐसे ही हमले का दावा करते हुए वीडियो जारी किया था। आप ने दावा किया था कि पुलिस की मौजूदगी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी।
हालाँकि बीजेपी ने दावा किया था कि यह उसके जवाब में था जिसमें प्रदर्शन करने वाली बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं की निजता का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के लोगों ने वहाँ सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे जहाँ वे कार्यकर्ता सो रही थीं।
बता दें कि हाल के दिनों में बीजेपी और आप एक दूसरे पर फंड को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाती रही हैं। आप आरोप लगा रही है कि सिविक बॉडी में 2500 करोड़ रुपये का घपला किया गया है और इसलिए इसके कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी तरफ़ बीजेपी के कार्यकर्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेताओं के ख़िलाफ़ इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं कि दिल्ली सरकार निकायों को कथित तौर पर फंड जारी नहीं कर रही है।