गोवा में चुनाव नतीजे आने से ठीक पहले कांग्रेस ने अपने स्टैंड में बदलाव किया है। गोवा में कांग्रेस के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि कांग्रेस बीजेपी विरोधी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने को तैयार है। इनमें आम आदमी पार्टी और टीएमसी भी शामिल हैं।
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा की ओर से कांग्रेस से गठबंधन के लिए हाथ आगे बढ़ाया गया था लेकिन तब कांग्रेस ने इसे तवज्जो नहीं दी थी।
दिनेश गुंडू राव ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा कि जो भी दल बीजेपी के खिलाफ हैं, हम उनके साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने हम पर कई तरह के आरोप लगाए और हमने भी इसका जवाब दिया लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद वे दल क्या स्टैंड लेना चाहते हैं, सब कुछ इस पर निर्भर करेगा।
राव ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी यानी एमजीपी ने टीएमसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन वह भी कांग्रेस के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उन्हें अपने साथ लेने में खुशी होगी।
कांग्रेस ने गोवा का विधानसभा चुनाव गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ मिलकर लड़ा था।
ग़लती नहीं दोहराएगी कांग्रेस
2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीटों वाले गोवा में सबसे ज्यादा 17 सीटें जीती थी लेकिन बीजेपी ने 13 सीटें जीतने के बाद भी एमजीपी, जीएफपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बना ली थी। कांग्रेस इस बार इस तरह की कोई गलती नहीं करना चाहती इसलिए उसने नतीजे आने से पहले ही तमाम विपक्षी दलों की ओर दोस्ती का हाथ आगे बढ़ा दिया है।
कई एग्जिट पोल गोवा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं दिखा रहे हैं। ऐसी स्थिति में निर्दलीय विधायकों और छोटी पार्टियों के समर्थन की जरूरत होगी और शायद इसीलिए कांग्रेस ने पहले से अपनी तैयारी शुरू कर दी है।