कहते हैं इतिहास दोहराता है। वैसे, 8 साल पहले की बात उतनी पुरानी भी नहीं कि इतिहास कहा जाए! लेकिन रुपये की क़ीमत गिरने पर जैसी राजनीतिक प्रतिक्रिया 2014 से पहले हो रही थी अब उसी प्रतिक्रिया को दोहराया जा रहा है! प्रधानमंत्री मोदी के विरोधियों और उनकी नीतियों के आलोचकों ने अब सोशल मीडिया पर उनके ही भाषण साझा किए हैं। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी एक डॉलर की क़ीमत 58 रुपये या इससे कम होने पर ही भाषण देते फिर रहे थे।
युवा कांग्रेस के नेता श्रीनिवास बीवी ने प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने से पहले के एक भाषण को ट्वीट करते हुए तंज में लिखा है, 'ओ माई गॉड! मोदी जी किसकी आबरू गिरने के बारे में यहाँ बात कर रहे हैं?'
उन्होंने जिस वीडियो को साझा किया है उसमें प्रधानमंत्री मोदी कहते सुने जा सकते हैं, 'अब आज देखिए आप। रुपये की क़ीमत जिस तेज़ी से गिर रही है...। और कभी कभी तो लगता है कि दिल्ली सरकार और रुपये के बीच में कंपटीशन चल रहा है। किसकी आबरू तेजी से गिरती चली जा रही है? कौन आगे जाएगा...इसका कंपटीशन चल रहा है।'
कांग्रेस नेता की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब सोमवार को एक समय रुपए की क़ीमत डॉलर के मुक़ाबले 51 पैसे नीचे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई थी।
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि भारत के इतिहास में रुपया आईसीयू में है। उन्होंने रुपये की क़ीमत गिरने के बहाने ही दूसरे मुद्दों को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
एक यूज़र ने एक स्क्रीनशॉट ट्वीट किया है जिसमें लिखा है, 'आईसीयू में रुपया'।
तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रवक्ता वाईएसआर ने भी प्रधानमंत्री मोदी को टैग करते हुए उनके भाषण वाला एक वीडियो ट्वीट किया है। जब रुपये 77.20 पर पहुँचा था तभी ट्वीट कर उन्होंने लिखा था, 'रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर 77.20 प्रति फॉलो के पार कारोबार कर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री मोदी को सुनें जो कहते हैं कि रुपये का गिरना केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की विफलता को दर्शाता है।'
कांग्रेस पार्टी ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रुपए की क़ीमत पर केंद्र सरकार को घेरा है और कहा है कि मोदी सरकार की ग़लत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था रसातल में पहुँच गई है। एक अन्य ट्वीट में इसने कहा, 'जैसे ही हताशा और निराशा देश को घेर रही है, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पर जोरदार प्रहार किया।'
एक अन्य यूज़र ने प्रधानमंत्री मोदी का एक अन्य पुराना वीडियो साझा किया है जिसमें वह केंद्र में सत्ता में आने से पहले रुपये की क़ीमत गिरने पर केंद्र सरकार को घेरते नज़र आ रहे हैं। उस वीडियो में उनको यह कहते सुना जा सकता है, 'देश का दुर्भाग्य है कि दिल्ली के शासकों को न देश की रक्षा की चिंता है, न रुपये की क़ीमत की चिंता है। उन्हें अगर चिंता है तो कुर्सी बचाने के कार्यक्रमों की चिंता है...।'
जयंत सिंह ने ट्वीट किया है, 'लुटिया डुबो दी!'
आम आदमी पार्टी मुंबई ने ट्वीट किया है, 'देश के लिए मोदी जी हर रोज़ 22 घंटे काम कर रहे हैं!'
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की आलोचना करते रहे अशोक कुमार पांडे ने लिखा है, 'घरेलू बाज़ार में आटा महँगा हो गया है और विश्व मुद्रा बाज़ार में रुपया सस्ता। आप इन दोनों के लिए Thank You Modi जी कह सकते हैं।'
कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने एक अन्य ट्वीट में तंज कसा है, 'डॉलर निकला मोदी जी की उम्र से 6 वर्ष आगे, रुपया हुआ 2014 के मुकाबले करीब 20₹ कमजोर। 2014 में मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल के आखिरी दिन 1 डॉलर की क़ीमत ₹58.57 थी।'