कनाडाई नागरिकता को लेकर आलोचनाएँ झेलते रहे बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार अब कनाडाई पासपोर्ट को त्यागने की बात क्यों कह रहे हैं? वह अब क्यों कह रहे हैं कि भारत उनके लिए सब कुछ है?
अक्षय कुमार ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा है कि वह पहले ही कनाडाई पासपोर्ट में बदलाव के लिए आवेदन कर चुके हैं। अक्षय कुमार ने आजतक पर 'सीधी बात' में एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें बुरा लगता है जब लोग उनके कनाडा की नागरिकता लेने का कारण जाने बिना कुछ कहते हैं। उन्होंने कहा, 'भारत मेरे लिए सब कुछ है... मैंने जो कुछ भी कमाया है, जो कुछ भी पाया है, यहीं से पाया है। और मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे वापस देने का मौक़ा मिला है। आपको बुरा लगता है जब लोग बिना कुछ जाने कुछ भी कहते हैं...।' तो सवाल है कि आख़िर वह वजह क्या है जो लोगों को पता नहीं है जिसके कारण उनको कनाडा की नागरिकता लेनी पड़ी? इस सवाल का जवाब बाद में, पहले यह जान लें कि उनकी नागरिकता को लेकर सवाल कैसे उठते रहे।
वैसे तो सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार की कनाडा की नागरिकता को लेकर जब तब सवाल उठाए जाते रहे हैं। लेकिन यह मुद्दा तब ज़्यादा उछला था जब अक्षय कुमार ने अप्रैल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'ग़ैर-राजनीतिक' इंटरव्यू लिया था। इस पर सोशल मीडिया से लेकर दूसरे प्लेटफ़ार्म पर बहुत सारी बातें हुईं। इसके बाद 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए महाराष्ट्र में मतदान हुआ और तमाम फ़िल्मी सितारों ने अपना वोट डाला। जब बाक़ी फ़िल्मी सितारों ने वोट डालने के बाद अपनी फ़ोटो सोशल मीडिया पर शेयर की तो सवाल उठा कि आख़िर अक्षय ने अपनी फ़ोटो क्यों नहीं शेयर की?
सोशल मीडिया पर इसे लेकर ख़ूब सवाल उठे और उन्हें बहुत ट्रोल भी किया गया। इसी दौरान अक्षय से जब एक न्यूज़ रिपोर्टर ने लोकसभा चुनाव में वोट न देने के बारे में पूछा तो अक्षय ने रिपोर्टर को चुप करा दिया। अक्षय ने रिपोर्टर को सवाल भी पूरा नहीं करने दिया और उसे साइड करते हुए कहा- चलिए, चलिए। वह वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हुआ था।
जब वह विवाद बढ़ गया तो अक्षय कुमार ने ट्वीट कर सफ़ाई भी दी थी। अक्षय ने कहा था, ‘मेरी नागरिकता को लेकर बेवजह की नकारात्मकता पैदा की जा रही है और मैं इसे समझ नहीं पा रहा हूँ। मैंने कभी इस बात से न तो इनकार किया और न ही इसे छिपाया कि मेरे पास कनाडा का पासपोर्ट है। यह भी सच है कि पिछले सात साल से मैं कनाडा नहीं गया हूँ। मैं भारत में काम करता हूँ और अपने सारे टैक्स का भुगतान यहीं करता हूँ।’
अक्षय ने आगे लिखा, ‘इतने सालों में किसी ने मेरी नागरिकता और भारत के लिए मेरे प्यार के बारे में नहीं पूछा लेकिन अब इसे लेकर बेवजह का विवाद खड़ा किया जा रहा है। यह बेहद निराशाजनक है और पूरी तरह ग़ैर राजनीतिक और मेरे व्यक्तिगत जीवन से जुड़ा मामला है, साथ ही इससे किसी का कोई लेना-देना भी नहीं है।' अंत में अक्षय ने लिखा था कि वह देश को और मजबूत बनाने के लिए अपना योगदान करते रहेंगे, भले ही यह बहुत थोड़ा सा क्यों न हो?
अक्षय ने 'केसरी', 'पैडमैन', 'टॉयलेट - एक प्रेम कथा' जैसी फ़िल्में बनाकर ‘देशभक्त’ के रूप में अपनी छवि गढ़ने की कोशिश की है। लेकिन वोट न देने को लेकर हुए विवाद के बाद लोगों ने सवाल पूछा था कि आप दूसरों को वोट डालने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और अपनी फ़िल्मों से ‘देशभक्त’ होने का संदेश दे रहे हैं तो आख़िर आपने ख़ुद क्यों भारत छोड़कर कनाडा की नागरिकता ली हुई है।
क्यों ली थी कनाडा की नागरिकता?
बहरहाल, अब अक्षय कुमार का जो ताज़ा इंटरव्यू आया है उसमें उन्होंने इन कई सवालों के जवाब देने की कोशिश की है। अक्षय ने अपने करियर के उस दौर के बारे में भी बताया जब उन्होंने 15 से ज्यादा फ्लॉप फिल्में दी थीं। यह 1990 के दशक में था। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्मों के खराब बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन ने उन्हें कनाडा की नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि 'भाई, मेरी फिल्में नहीं चल रही हैं और काम तो करना पड़ता है'। मैं वहां काम के लिए गया था। मेरा दोस्त कनाडा में था और उसने कहा, 'यहाँ आओ'। मैंने आवेदन किया और मुझे मिल गया।" उन्होंने यह भी कहा, "मेरी बस दो फ़िल्में रिलीज होने को बची थीं और यह किस्मत की बात है कि वे दोनों सुपरहिट हो गईं। मेरे दोस्त ने कहा, 'वापस जाओ, फिर से काम करना शुरू करो'। मुझे कुछ और फिल्में मिलीं और मुझे और काम मिलता रहा। मैं भूल गया कि मेरे पास पासपोर्ट था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पासपोर्ट को बदलवाना चाहिए लेकिन अब लग रहा है। मैंने अपना पासपोर्ट बदलवाने के लिए आवेदन किया है और एक बार मुझे कनाडा से मुक्त होने की पुष्टि हो जाए तो...।"