प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर दावा किया है कि महदेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
ईडी ने यह दावा गुरुवार को 5 करोड़ से अधिक के कैश के साथ गिरफ्तार किये गये एक कैश कूरियर असीम दास के हवाले से किया है। ईडी ने अपने बयान में कहा है कि अब इस मामले की जांच की जा रही है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईडी ने अपने दावे में कहा है कि गिरफ्तार कैश कूरियर ने बताया है कि जो पैसा उनके पास था वह छत्तीसगढ़ में चुनाव खर्च के लिए एक राजनेता 'बघेल' को दिया जाना था।ये आरोप राज्य में पहले चरण के चुनाव से चार दिन पहले लगे हैं।
ईडी ने कहा है कि एजेंसी को एक खुफिया इनपुट मिला था कि राज्य में चुनाव से पहले महादेव ऐप के प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में नकदी ले जाया जा रहा था।
गुरुवार को, एजेंसी ने भिलाई में होटल ट्राइटन और एक अन्य स्थान पर तलाशी ली और एक कैश कूरियर को पकड़ा था। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा, असीम दास को विशेष रूप से सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी पहुंचाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात से भेजा गया था।
ईडी ने कहा कि दास की कार और आवास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे और उन्होंने स्वीकार किया था कि पैसे की व्यवस्था संयुक्त अरब अमीरात में स्थित महादेव ऐप के प्रमोटरों द्वारा की गई थी।
सट्टेबाजी ऐप से जुड़े कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता चला
एनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सट्टेबाजी ऐप से जुड़े कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता चला है और उनमें मौजूद 15.59 करोड़ रुपये की रकम जब्त कर ली गई है। ईडी ने बताया है कि दास को गिरफ्तार कर लिया गया और उससे पूछताछ की जा रही है।उसके पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच और शुबम सोनी (महादेव नेटवर्क में एक उच्च पदस्थ आरोपी) द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच से पता चला कि "नियमित भुगतान किया गया है अतीत में और अब तक महादेव ऐप प्रमोटर्स द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
ईडी ने पुलिस के सिपाही को भी गिरफ्तार कियाएनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईडी ने पुलिस कांस्टेबल भीम यादव से भी पूछताछ की है और उसे गिरफ्तार भी किया है।
एजेंसी ने कहा कि जांच से पता चला है कि, पिछले 3 वर्षों में, यादव ने "अनधिकृत रूप से" दुबई की यात्रा की और महादेव ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से मुलाकात की थी।
एजेंसी ने कहा कि उन्होंने महादेव ऐप से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लिया था और उनकी यात्रा का खर्च आहूजा ब्रदर्स के स्वामित्व वाली मेसर्स रैपिड ट्रैवल्स द्वारा वहन किया गया था, जो कथित तौर पर महादेव ऐप की मनी लॉन्ड्रिंग और टिकटिंग कंपनी है।
ऐप का प्रमोटर छत्तीसगढ़ के भिलाई से है
एनडीटीवी की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वह छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं के लाभ के लिए महादेव ऐप प्रमोटरों से रिश्वत की रकम प्राप्त करने का माध्यम था।एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में, ईडी ने इस सट्टेबाजी ऐप से जुड़े 39 स्थानों पर तलाशी लेकर 417 करोड़ रुपये की सोने की छड़ें, आभूषण और नकदी बरामद की थी। ऐप के प्रमोटर, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल, छत्तीसगढ़ के भिलाई से हैं और अब संयुक्त अरब अमीरात में हैं।
ईडी ने फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात में सौरभ चंद्राकर की 200 करोड़ रुपये की शादी में शिरकत करने वाले फिल्म स्टार रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर और कपिल शर्मा जैसी मशहूर हस्तियों को भी तलब किया है या उनसे पूछताछ की है। आरोप है कि इन्हें हवाला लेनदेन के माध्यम से भुगतान किया गया था। यहां ध्यान देने की बात है कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होना है।