तुरा में मेघालय के मुख्यमंत्री सचिवालय पर हमला करने के आरोप में 19 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। इसमें से दो भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की सदस्य भी शामिल हैं। पश्चिम गारो हिल्स जिला पुलिस द्वारा यह गिरफ्तारी तब की गई है जब भीड़ ने सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री सचिवालय की घेराबंदी कर दी और पथराव किया।
हमले में मेघालय पुलिस के 10 जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ़ के सात जवान और एक महिला होम गार्ड घायल हो गए थे। पुलिस ने कहा कि उपद्रवियों ने सीएम के काफिले के पाँच वाहनों सहित 21 वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
यह हमला तब हुआ था जब मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा शीतकालीन राजधानी के मुद्दे और 51 साल पुरानी नौकरी आरक्षण रोस्टर प्रणाली के उचित कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए संगठनों के नेताओं के साथ तीन घंटे से बैठक कर रहे थे।
पुलिस ने कहा है कि इस घटना को साज़िश के तहत अंजाम दिया गया। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के पुलिस महानिदेशक एल.आर. बिश्नोई ने कहा कि यह घटना मुख्यमंत्री पर हमले की सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा, 'हमने सबूत जुटाए हैं कि 23 जुलाई को हिंसा पैदा करने के लिए पैसे और शराब बांटी गई थी।' उन्होंने कहा कि पुलिस ने सीएम सचिवालय के बाहर जेरी कैन, लाइटर, माचिस और पत्थर जैसे अन्य सबूत भी बरामद किए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार बिश्नोई ने कहा है कि सेवा से बर्खास्त किए गए 'कुछ राजनीतिक संबद्धताओं' वाले पूर्व पुलिसकर्मी सालेंग आर. मराक की पहचान मुख्य साजिशकर्ता के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल होने के लिए वीडियो फुटेज से कुल 26 लोगों की पहचान की गई, जिनमें से 19 को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ मेघालय सार्वजनिक व्यवस्था रखरखाव अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने दो गिरफ्तार महिलाओं की पुष्टि की जिनकी पहचान डिल्चे च. मराक और बेलिंडा एम. मराक के रूप में की गई। ये दोनों भाजपा महिला मोर्चा कार्यकर्ता हैं। गिरफ्तार लोगों में से एक तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के अध्यक्ष रिचर्ड एम. मराक भी हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने द हिंदू से कहा कि पार्टी ने अपनी महिला मोर्चा को विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया था। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता मुकुल एम. संगमा ने कहा कि स्थानीय अधिकारी उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी के मुखपत्र के रूप में काम कर रहे हैं।
बता दें कि गारो हिल्स में लोगों का एक वर्ग जिसमें लगभग मेघालय का पश्चिमी भाग शामिल है, राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहरी केंद्र तुरा को शीतकालीन राजधानी का दर्जा देने की मांग कर रहा है। इस मांग के पीछे की धारणा यह है कि शिलांग राज्य की राजधानी होने के कारण मेघालय का पूर्वी भाग अधिक विकसित है।