बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे पहले चरण के मतदान के बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठा कर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने मुंगेर में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी पर पुलिस की तुलना जनरल डायर से कर दी।
बता दें कि बिहार के मुंगेर में सोमवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। तेजस्वी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, 'पुलिस को जनरल डायर बनने की अनुमति किसने दी' उन्होंने आरोप लगाया कि 'इसके लिए आदेश कहीं न कहीं से आया था.'
तेजस्वी यादव ने पूछा, 'नीतीश कुमार तो राज्य के गृहमंत्री हैं, उनको तो इसकी सूचना मिली होगी ना, वो क्या कर रहे हैं उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी जी जो बीजेपी नेता भी हैं, वह बताएं कि उन्होंने एक ट्वीट के अलावा और क्या किया है।'
तेजस्वी ने कहा,
“
'वीडियो में आपने देखा होगा कि लोगों को ढूंढकर और बिठाकार पीटा जा रहा है। हमारी संवेदना उन परिवारों के साथ है, जिन्होंने अपने चिराग़ खोये हैं। लेकिन सवाल यह है कि इस घटना में पूरे तरीके से बिहार की 'डबल इंजन' की सरकार की भूमिका रही है। पुलिस को 'जनरल डायर' बनने की अनुमति किसने दी'
तेजस्वी यादव, नेता, राष्ट्रीय जनता दल
तेजस्वी ने इस वारदात की उच्चस्तरीय जाँच हाईकोर्ट की निगरानी में कराने और दोषियों को सख़्त सज़ा देने की मांग की। उन्होंने कहा, 'खासतौर पर वहां के जो डीएम और एसपी हैं, उनको तुरंत वहां से हटाना चाहिए। आपको पता होगा कि वहां पुलिस महकमे की ज़िम्मेदार अफ़सर जेडीयू नेता की बेटी हैं। मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं। लेकिन ये 'जनरल डायर' बनने का आदेश कहीं न कहीं से ज़रूर गया है।'
पुलिस का कहना है कि सोमवार की शाम मुंगेर के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने पथराव किया, उसके बाद पुलिस ने गोलियां चलाईं।