असम में विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के एक उम्मीदवार पर पत्रकार को फ़ोन पर धमकाने का आरोप लगा है। सोशल मीडिया पर इसका ऑडियो वायरल होने के बाद यह मामला खासा चर्चा में है।
धमकाने वाले बीजेपी उम्मीदवार असम सरकार में मंत्री भी हैं। इनका नाम पीयूष हजारिका है और पत्रकार का नाम नज़रूल इसलाम है। नज़रूल प्रतिदिन टाइम नाम के न्यूज़ चैनल में संवाददाता हैं। उन्होंने इसे लेकर पीयूष हजारिका के ख़िलाफ़ जागीरोड पुलिस थाने में मुक़दमा दर्ज कराया है। यह मामला बीती 1 अप्रैल का है।
वायरल ऑडियो में हजारिका कथित रूप से इसलाम से कहते हैं कि वह उन्हें घसीटकर सड़क पर लाएंगे और उनकी टांगें तोड़ देंगे।
ये सारा विवाद एक वीडियो से शुरू हुआ, जिसमें हजारिका की पत्नी और अभिनेत्री ऐमी बरूआ एक रैली में स्पीच दे रही हैं। इसमें बरूआ कहती हैं कि सीएए यानी नागरिकता संशोधन क़ानून का मतलब बंगाली हिंदुओं से है और ये लोग असम में वर्षों से रह रहे हैं।
वह आगे कहती हैं, “अगर ये लोग सीएए का समर्थन नहीं करेंगे तो उन्हें न सिर्फ़ असम से बल्कि देश से भी बाहर निकालकर फेंक दिया जाएगा। हमें सीएए चाहिए, हमें सीएए की ज़रूरत है और आपको यहां रहना होगा।” सीएए के तहत तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है।
असम चुनाव पर देखिए चर्चा-
हजारिका की सफाई
हजारिका ने कहा है कि नज़रूल इसलाम ने इस पार्ट को ट्विस्ट देने की कोशिश की। बरूआ ने भी कहा कि उनके बयान का ग़लत मतलब निकाला गया और इससे किसी की ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगती हैं।
इसके बाद हजारिका ने कथित तौर पर इसलाम को फ़ोन किया और इस वीडियो क्लिप को चलाने से मना किया और उसे धमकियां दीं। हजारिका ने इसलाम से कहा कि वह कांग्रेस और उसकी सहयोगी एआईयूडीएफ़ के साथ मिलकर साज़िश कर रहा है।
इस ऑडियो में हजारिका को कथित रूप से इसलाम से मियां कहते हुए भी सुना जा सकता है। हजारिका ने इसलाम से कहा कि वह मियां राजनीति में हिस्सा ले रहा है। ऑडियो में कथित रूप से हजारिका ने कहा है कि इसलाम और उसका साथी दूसरा रिपोर्टर इस क्लिप के चलने के बाद बच नहीं सकेंगे।
राज्य सरकार में स्वास्थ्य मामलों के मंत्री हजारिका ने ऑडियो में कथित रूप से यह भी कहा कि इसलाम जिस चैनल प्रतिदिन टाइम से है, उसके मालिक भी उसे नहीं बचा सकेंगे, उसे सबक सिखाया जाएगा और उसकी जिंदगी बदतर बना दी जाएगी। इसलाम ने ‘द वायर’ से कहा कि मंत्री द्वारा मियां और मियां राजनीति में भाग लेने की बात कहना बेहद आपत्तिजनक है।
कांग्रेस ने की शिकायत
कांग्रेस और विपक्षी दलों ने इस ऑडियो के वायरल होने के बाद इसे मुद्दा बनाया है। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त से इस मामले की शिकायत की गई है। कांग्रेस ने कहा है कि हजारिका का व्यवहार आचार संहिता का उल्लंघन है।
गुवाहाटी प्रेस क्लब ने इस ऑडियो को लेकर मंत्री की हरकत की निंदा की है और कहा है कि किसी जनप्रतिनिधि का इस तरह का व्यवहार अपमानजनक है। पत्रकारों के राष्ट्रीय संगठनों से भी इस मुद्दे को उठाने की बात कही गयी है।