जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कैप्टन शहीद

03:27 pm Aug 14, 2024 | सत्य ब्यूरो

जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी शहीद हो गए। अस्सार इलाक़े में मुठभेड़ हुई। इसमें दो लोग घायल हुए थे। एक अधिकारी कैप्टन दीपक सिंह सेना के दल का नेतृत्व कर रहे थे, तभी उन्हें गोली लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लेकिन बचाया नहीं जा सका। रिपोर्ट है कि घायल होने वाला दूसरा व्यक्ति हिरनी गांव का नागरिक है।

सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एक एम4 राइफल और चार बैग जब्त किए हैं। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि आतंकवादियों में से एक को गोली लगी है, क्योंकि मौके पर खून के धब्बे थे। सेना की ओर से कहा गया है, 'व्हाइट नाइट कोर्प्स के सभी रैंक बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया। व्हाइट नाइट कोर्प्स गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है।'

इससे पहले सेना की उत्तरी कमान ने एक्स पर लिखा था, 'भारी गोलीबारी के बीच आतंकवादियों की तलाश जारी है। तलाशी दल का नेतृत्व करते हुए एक अधिकारी घायल हो गये हैं। अभियान जारी रहने के दौरान युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए हैं।'

इसमें कहा गया है कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के बाद भारतीय सेना और पुलिस ने मंगलवार रात पटनीटॉप के पास जंगल में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हो गया है और अभियान जारी है। मंगलवार को उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार ने चिनाब घाटी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा करने के लिए डोडा और किश्तवाड़ में आतंकवाद विरोधी डेल्टा बल के अग्रिम ठिकानों का दौरा किया। 

शिवगढ़-अस्सार बेल्ट में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए संयुक्त सुरक्षा दल द्वारा शुरू किए गए घेराबंदी और तलाशी अभियान या सीएएसओ के दौरान यह मुठभेड़ जंगली इलाक़े में हुई। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एक संयुक्त राज्य अमेरिका निर्मित एम4 असॉल्ट राइफल और तीन खून से लथपथ बैग बरामद किए, जिनमें उपकरण और रसद सामग्री थी।

जम्मू क्षेत्र में यह ताज़ा आतंकवादी हमला स्वतंत्रता दिवस समारोह से एक दिन पहले हुआ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं, जिसमें सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

हाल के महीनों में जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है। खासकर पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिणी इलाकों में तेजी आई है जहां घने जंगल और खड़ी पहाड़ियां हैं जो आतंकवादियों को पनाह देती हैं।

इससे क्षेत्र में आतंकवाद के फिर से उभरने की आशंका बढ़ गई है। इस क्षेत्र में आतंकवाद का साया लंबे समय से शांत पड़ा हुआ था।

इस महीने की शुरुआत में सरकार ने कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर के लिए एक नया सुरक्षा ढांचा तैयार कर रही है, ताकि आतंकवादियों द्वारा नागरिकों और सैन्य कर्मियों तथा शिविरों को निशाना बनाए जाने की बढ़ती घटनाओं का मुकाबला किया जा सके। 

इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि चुनाव आयोग के अधिकारी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए बुधवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात करेंगे, जहां जल्द ही विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू वाला आयोग भल्ला से मुलाकात करेंगे और विधानसभा चुनावों के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती पर चर्चा करेंगे।