6 वर्ष के बाद एनडीए में हुई टीडीपी की वापसी, भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगी चुनाव 

09:04 am Mar 12, 2024 | सत्य ब्यूरो

कई दौर की बातचीत के बाद आखिरकार आंध्र प्रदेश में भाजपा का तेलगू देशम पार्टी या टीडीपी और जनसेना पार्टी या जेएसपी के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर समझौता हो गया है। ये अब गठबंधन कर आगामी लोकसभा चुनाव और आंध्र प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में लड़ेंगी। इसके साथ ही टीडीपी अब एनडीए गठबंधन का एक बार फिर हिस्सा बन गई है। लोकसभा चुनाव से पहले हुए इस गठबंधन में छोटे दल जेएसपी को भी साथ रखा गया है। 

आंध्र प्रदेश से कुल 25 लोकसभा सीट है। वहीं विधानसभा में कुल 175 सीटें हैं। अब समझौते के बाद लोकसभा चुनाव में टीडीपी 17 और भाजपा 6 सीट और जेएसपी 2 सीट पर चुनाव लड़ेगी। वहीं विधानसभा चुनाव में टीडीपी 144 और भाजपा 10 और जेएसपी 21 सीट पर चुनाव लड़ेगी। 

टीडीपी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार की देर रात सोशल मीडिया साइट एक्स पर इसकी घोषणा की है। 

वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीट बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अमरावती में टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू और जेएसपी सुप्रीमो पवन कल्याण के साथ बातचीत की थी। 

इस समझौते के बाद एन चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर लिखा है कि, अमरावती में आज बीजेपी, टीडीपी और जेएसपी ने सीट बंटवारे का बेहतर फॉर्मूला बनाया है। इस महत्वपूर्ण कदम के साथ, आंध्र प्रदेश के लोग अब उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने की दहलीज पर खड़े हैं। मैं विनम्रतापूर्वक आंध्र प्रदेश के अपने लोगों से इस गठबंधन पर अपना आशीर्वाद बरसाने और हमें उनकी सेवा करने के लिए ऐतिहासिक जनादेश देने का आह्वान करता हूं। 

करीब 6 वर्ष बाद फिर साथ आए दो सहयोगी

भाजपा और टीडीपी के बीच वर्षों पुराना संबंध रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के दौर में ही भाजपा और टीडीपी के बीच गठबंधन हुआ था। पूर्व की एनडीए सरकार में जब अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री थे तब दोनों दलों के संबंध काफी दोस्ताना थे। टीडीपी और एन चंद्रबाबू नायडू भाजपा के लिए सबसे भरोसेमंद गठबंधन सहयोगी माने जाते थे।

 लेकिन करीब 6 वर्ष पहले 2018 में दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया था। इसके बाद से लगातार दूरियां आ गई थी। टीडीपी और भाजपा दोनों को हाल के वर्षों में समझ में आ गया कि उनका साथ मिलकर चुनाव लड़ना ही उनके हित में है। दोनों दलों ने अपने-अपने हितों को देखते हुए एक बार फिर से गठबंधन करने का फैसला किया है।

 इस गठबंधन में आंध्र प्रदेश में टीडीपी ही बड़े भाई की भूमिका निभाएगी।इस बीच सूत्रों का कहना है कि टीडीपी ने आंध्र प्रदेश में एक चुनावी सभा में भाग लेने के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया है जो 17 से 20 मार्च के बीच हो सकती है। अगर पीएम इस बैठक में भाग लेते हैं, तो यह एक दशक में पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , एन चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण एक साथ मंच शेयर करेंगे।