फरवरी-मार्च में होने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले ABP-C Voter का सर्वे आया है। चुनावी राज्यों में शामिल पंजाब और उत्तराखंड को लेकर सर्वे में जो अनुमान लगाया गया है, वह इन राज्यों में चुनावी मुक़ाबले के बेहद जोरदार होने की ओर इशारा करता है। पहले बात करते हैं पंजाब की।
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी पंजाब में इस बार पूरी ताक़त के साथ चुनाव लड़ रही है। ABP-C Voter Survey का सर्वे राज्य में उसके सबसे बड़े दल के रूप में उभरने की बात कहता है।
सर्वे कहता है कि 117 सीटों वाली पंजाब की विधानसभा में आम आदमी पार्टी को 47-53, कांग्रेस को 42-50 और शिरोमणि अकाली दल को 16-24 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी और अन्य को 1-1 सीट मिलने की बात कही गई है। पंजाब में सरकार बनाने के लिए ज़रूरी विधायकों का आंकड़ा 59 है। ऐसे में सर्वे के मुताबिक़, किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने जा रहा है।
पंजाब कांग्रेस में पिछले एक साल से चल रहे झगड़ों के कारण पार्टी को नुक़सान हो सकता है। कांग्रेस को पिछली बार 77 सीटों पर जीत मिली थी लेकिन इस बार उसके बहुमत से दूर रहने का अनुमान इस सर्वे में जताया गया है।
सर्वे में यह भी दिख रहा है कि अकाली दल बहुत पीछे हो गया है। अकाली दल ने इस बार दलित वोट हासिल करने के लिए बीएसपी के साथ गठबंधन किया है लेकिन कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर उसके दांव को हल्का कर दिया है।
आप में भी घमासान
पंजाब कांग्रेस के भीतर चल रहे जबरदस्त झगड़ों के कारण आम आदमी पार्टी ख़ुशी से उछल रही है लेकिन उसके भीतर भी हालात ठीक नहीं हैं। पार्टी के कार्यकर्ता सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन न जाने क्यों पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल इसमें देर कर रहे हैं। इस वजह से मान के समर्थकों के सब्र का बांध टूट रहा है।
बात उत्तराखंड की करें तो सर्वे के मुताबिक़, यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच जोरदार चुनावी मुक़ाबला हो सकता है। सर्वे के मुताबिक़, 70 सीटों वाली उत्तराखंड की विधानसभा में बीजेपी को 36-40 जबकि कांग्रेस को 30-34 सीटें मिल सकती हैं। आम आदमी पार्टी यहां भी जोर लगा रही है लेकिन उसे 0-2 seats और अन्य को 0-1 सीट मिलने की बात कही गई है।
उत्तराखंड में बीजेपी को पिछली बार 57 सीटें मिली थीं लेकिन सर्वे कहता है कि इस बार उसकी सीटें काफी कम हो सकती हैं। जबकि कांग्रेस अपने पिछले प्रदर्शन 11 सीटों से आगे बढ़ गयी है। बीजेपी ने बीते कुछ महीनों में धड़ाधड़ मुख्यमंत्री बदले हैं और कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है। कांग्रेस हरीश रावत की अगुवाई में चुनाव लड़ रही है।