दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि केंद्र सरकार दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार करने वाली है। उन्होंने रविवार को कहा कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी पंजाब में चुनाव से ठीक पहले यह गिरफ्तारी करेगी।
केजरीवाल ने कहा, 'हमें अपने सूत्रों से पता चला है कि पंजाब चुनाव से पहले ईडी सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने वाली है। हम उनका स्वागत करते हैं। वे हमें गिरफ्तार कर सकते हैं, हम पर छापा मार सकते हैं, हम डरते नहीं हैं क्योंकि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।' उन्होंने कहा, 'सत्येंद्र जैन पर केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पहले भी दो बार छापेमारी की जा चुकी है और केंद्र को कुछ भी नहीं मिला। फिर से अगर वे आना चाहते हैं तो उनका बहुत-बहुत स्वागत है।'
आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव के डर से ऐसा करती है। उन्होंने कहा, 'जब-जब बीजेपी कहीं चुनाव हार रही होती है तो वह सारी एजेंसियों को छोड़ देती है।' मुख्यमंत्री ने कहा कि छापों से उन्हें कोई डर नहीं है क्योंकि 'सच्चाई के रास्ते पर चलने से ये सारी बाधाएँ आती हैं'।
अरविंद केजरीवाल ने तंज कसा और कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार चाहे तो ईडी के साथ-साथ सीबीआई, दिल्ली पुलिस जैसी एजेंसियों को भी लगा सकती है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और ऐसे समय में केंद्र सरकार की जांच एजेंसियाँ भी बहुत सक्रिय हो रही हैं।
केजरीवाल ने कहा कि 'हमारे 21 विधायकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ऊपर भी छापे डाली जा चुकी है। सत्येंद्र जैन के मामले में भी क्या होगा? उनकी गिरफ्तारी की जाएगी 5-10 दिन में उनको जमानत मिल जाएगी और वह बाहर आ जाएंगे।
यह कहते हुए केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'हम चन्नी जी की तरह रोएंगे नहीं, हम चन्नी जी की तरह बौखलाएंगे नहीं'। बता दें कि चन्नी के भतीजे के यहाँ केंद्र के छापों के बाद केजरीवाल और चन्नी आपस में भिड़ गए थे। केंद्र के उस छापे को लेकर केजरीवाल ने चन्नी पर निशाना साधा था।
इसी को लेकर एक प्रतिक्रिया में चन्नी ने कहा था कि केजरीवाल के रिश्तेदार पर जब छापे पड़े थे तो वे चीखें क्यों मार रहे थे? इसके बाद केजरीवाल ने कहा था कि चन्नी रोने का दिखावा कर रहे हैं जबकि उनके रिश्तेदार के यहाँ करोड़ों रुपये मिले हैं।
चूँकि पंजाब में चुनाव हैं तो राजनीतिक बयानबाजियाँ जोरों पर हैं। सभी दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। राज्य में कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी भी सत्ता की मज़बूत दावेदारों में से है। राज्य में 20 फ़रवरी को एक चरण में चुनाव होने वाले हैं और इसके परिणाम 10 मार्च को आएँगे।