योगी सरकार पूरी निर्लज्जता से बुलडोजर न्याय के बचाव में उतरी, मंत्री ने कहा- सही है
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में बुलडोजर न्याय पर तीखी टिप्पणियां की। लेकिन यूपी की योगी सरकार के मंत्री इसे सही ठहराने में जुटे हुए हैं। योगी कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार (5 सितंबर) को कहा कि राज्य में बुलडोजर चलता रहेगा। ऊर्जा मंत्री शर्मा ने योगी सरकार द्वारा बुलडोजर के इस्तेमाल को उचित ठहराया और बचाव करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गुंडागर्दी और "माफिया राज" को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक हथियार था।
शर्मा ने पूर्वी यूपी के सिद्धार्थनगर में पत्रकारों से पूरी ढिढाई से कहा, ''इसके लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है और यह अच्छी बात है।'' नौकरशाह से नेता बने शर्मा ने यह भी कहा कि सरकार बुलडोजर का इस्तेमाल बंद नहीं करेगी। शर्मा मऊ से विधायक हैं। मंत्री ने कहा- “कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से आपराधिक और माफिया गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुछ भी गलत नहीं है। उनका इस्तेमाल जारी रहेगा। ” मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार "माफिया और गुंडों" के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल कर रही है जो समाजवादी पार्टी (सपा) के शासन के दौरान पनपे और बढ़े थे।
शर्मा ने कहा कि ऐसे तत्वों ने गरीबों और आम जनता के साथ-साथ सरकार की भी अवैध तरीके से जमीन हड़प ली है। मंत्री का यह बयान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद आया है। एक दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक आधिकारिक कार्यक्रम में बोलते हुए, आरोपी व्यक्तियों की संपत्ति को ध्वस्त करने के लिए उनकी सरकार द्वारा बुलडोजरों के इस्तेमाल पर खुशी जताने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
आदित्यनाथ ने कहा था, ''हर किसी के हाथ बुलडोजर पर नहीं टिक सकते। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा जिस में हो, वही बुलडोजर चला सकता है।” मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने यह बयान तब दिया जब एक दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर टिप्पणी की थी। अखिलेश ने कहा था अगर 2027 में सत्ता में आए तो वह सभी बुलडोजरों को सीएम के गढ़ गोरखपुर में भेज देंगे।
2017 में सत्ता में आने के बाद से, आदित्यनाथ ने अपने राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ आम नागरिकों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बुलडोजर के बेलगाम इस्तेमाल को अवैध रूप से बढ़ावा दिया। उनके रडार पर निर्वाचित जन प्रतिनिधियों समेत कई विपक्षी नेता रहे हैं। बुलडोजर के इस्तेमाल पर आदित्यनाथ की टिप्पणी के तुरंत बाद, अखिलेश यादव ने एक और चुटकी के साथ जवाब दिया।
अखिलेश ने कहा- “यदि आप और आपका बुलडोजर इतने सफल हो हैं, तो एक नई पार्टी बनाएं और चुनाव चिन्ह ‘बुलडोजर’ के साथ चुनाव लड़ें। आपकी गलतफहमी और अहंकार टूट जाएगा।” उन्होंने आगे कहा, 'वैसे भी, आपकी स्थिति को देखते हुए, भले ही आप बीजेपी में हैं, लेकिन आपको आज या कल नई पार्टी बनानी होगी।
यह पहली बार नहीं है कि यादव ने सत्ता में लौटने पर भाजपा के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल करने की धमकी दी है या इसके इस्तेमाल से संपत्ति को ध्वस्त करने के लिए आदित्यनाथ की आलोचना की है। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले, यादव ने वादा किया था कि अगर वे सत्ता में आए तो बुलडोजर के स्टीयरिंग व्हील को एक अलग दिशा में घुमा देंगे।
अभी पिछले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपराध के आरोपियों की संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर के इस्तेमाल के खिलाफ कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने कहा, ''किसी का घर केवल इसलिए कैसे तोड़ा जा सकता है कि वह आरोपी है? भले ही वह दोषी हो, कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना ऐसा नहीं किया जा सकता है।''