चुनाव नतीजों को पलटने के लिए डोनल्ड ट्रंप ने कहा, वोट ढूंढो

09:07 am Jan 05, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आधिकारिक विजेता जो बाइडन के शपथ ग्रहण करने और मौजूदा राष्ट्रपति का कार्यकाल ख़त्म होने में सिर्फ दो हफ़्ते का समय बचा है, लेकिन डोनल्ड ट्रंप अभी भी चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश में लगे हुए हैं। वे इस जुगाड़ में हैं कि फ़र्जी वोट साबित कर चुनाव में धांधली का आरोप अदालत में साबित करें और चुनाव नतीजों को खारिज करवा दें।

अमेरिकी संविधान के मुताबिक़, राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित व्यक्ति 20 जनवरी को पद की शपथ लेगा और उसी दिन मौजूदा राष्ट्रपति का कार्यकाल ख़त्म हो जाएगा।

ब्रैड रैफेनस्पर्जर से क्या कहा?

लेकिन उससे पहले ट्रंप ने जॉर्जिया राज्य के रिपब्लिकन नेता ब्रैड रैफेनस्पर्जर से रविवार को एक घंटे तक बात की और कहा कि कहीं से किसी तरह कुछ वोट ढूढें ताकि चुनाव नतीजों को पलटा जा सके।

वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, ट्रंप ने जॉर्जिया के इस नेता को डाँटा, उनकी तारीफ की, उनसे गुजारिश की और उन्हें धमकी देते हुए कहा कि वे हर हाल में ये वोट ढूंढे।

डोनल्ड ट्रंप ने ब्रैड रैफेनस्पर्जर से कहा कि वे किसी तरह जॉर्जिया में 11,780 वोट का पता लगाएं ताकि वे उस राज्य का चुनाव जीत सकें। ट्रंप ने यह भी कहा कि उस राज्य में जितने वोट उन्हें मिले थे, यह संख्या उससे सिर्फ एक ज़्यादा है।

बता दें कि जॉर्जिया का चुनाव डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन ने जीता था।

रैफेनस्पर्जर का इनकार

लेकिन फ़ोन पर घंटे भर चली इस बातचीत में रैफेनस्पर्जर कहते रहे कि "उनका आँकड़ा ग़लत है, वे साजिश रचने की ग़लत थ्योरी पर चल रहे हैं और ऐसा नहीं किया जा सकता है।"

लेकिन ट्रंप अपनी बात पर अड़े रहे। उन्होंने कहा, "जॉर्जिया हारने का कोई सवाल ही नहीं है, हम वहाँ लाखों वोट से जीते थे।"

क़ानून के जानकारों ने कहा है कि ट्रंप का व्यवहार सत्ता का दुरुपयोग है इस पर उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामला बन सकता है।

ट्रंप का ट्वीट

दिलचस्प बात तो यह है कि डोनल्ड ट्रंप ने इस पूरे मामले पर ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा, "रैफेनस्पर्जर टेबल के नीचे के मतपत्र, मतपत्रों को नष्ट किए जाने, राज्य के बाहर के मतदाता और मारे जा चुके मतदाताओं के मुद्दे पर किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं, वे ऐसा चाहते ही नहीं है।"

रैफेनस्पर्जर ने ट्वीट कर इसका जवाब दिया और कहा, "राष्ट्रपति महोदय, आप जो कुछ कह रहे हैं, वह सच नहीं है।"

अमेरिका में इस पर ज़बरदस्त प्रतिक्रिया हुई है। राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडन की प्रचार टीम के वकील बॉब बॉर ने कहा कि "इससे पूरी घृणित कहानी और लोकतंत्र पर ट्रंप के हमले की बात सामने आ गई है।"

चुनाव नतीजे पलटने की अंतिम कोशिश

दूसरी ओर, रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर टेड क्रूज़ ने कहा है कि वे राष्ट्रपति चुनाव का आधिकारिक सर्टिफिकेट दिए जाने का विरोध करेंगे।

अमेरिकी संविधान के अनुसार, इलेक्टोरल कॉलेज के सभी सदस्यों की बैठक 6 जनवरी को होनी है, जिसमें वे जीते हुए उम्मीदवार को आधिकारिक रूप से जीत का सर्टिफिकेट देंगे। इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और इस पर अंतिम मुहर लग जाएगी।

टेड क्रूज़ का कहना है कि वे कांग्रेस में आवेदन देकर इलेक्टोरल कॉलेज की इस बैठक को 10 दिनों के लिए टालने की माँग करेंगे। उनकी इस कोशिश में उनके साथ रिपब्लिकन पार्टी के दूसरे 10 सीनेटर भी हैं।

राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनाव नतीजों को खारिज करवाने की कोशिश के तहत इसके पहले कई ऐसे काम किए हैं, जिन्हें संविधान का उल्लंघन कहा जा सकता है। संविधान के अनुसार, चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद दिसंबर में इलेक्टोरल कॉलेज का गठन किया जाता है। उस बैठक में इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्य उम्मीदवारों को वोट देते हैं और औपचारिक रूप से राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।

ट्रंप ने इस बैठक के पहले जॉर्जिया के गवर्नर ब्रायन केम्प से कहा कि वे इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों को बदल दें। इसी तरह उन्होंने पेनसिलवेनिया के हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स के अध्यक्ष से कहा कि वे उस राज्य में उनकी हार को पलटने में उनकी मदद करें।