यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की तीसरे जानलेवा हमले में भी बच गए हैं। लंदन के द टाइम्स की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। ज़ेलेंस्की एक बंकर में सुरक्षित रह रहे हैं। यूक्रेन के लोगों में उनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। लंदन के द टाइम्स अखबार का कहना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक प्रमुख सहयोगी येवगेनी प्रिगोझिन के नियंत्रण में एक सिक्योरिटी कंपनी वैगनर ग्रुप के भाड़े के सैनिकों और चेचन स्पेशल फोर्सेज को भेजा गया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूक्रेन को रूस की सुरक्षा सेवा के युद्ध-विरोधी सदस्यों ने योजनाओं के बारे में बताया था। यानी यूक्रेन सरकार के पास सूचना रूस से ही आई।
द टाइम्स का कहना है कि वैगनर समूह के करीबी एक सूत्र ने कहा कि यह "भयानक" है कि ज़ेलेंस्की की सुरक्षा टीम को इसकी पूरी जानकारी पहले से ही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शनिवार को एक प्रयास के दौरान कीव के बाहरी इलाके में चेचन हत्यारों को "समाप्त" किया गया था। द टाइम्स का कहना है कि वैगनर समूह को हत्या के प्रयासों से नुकसान हुआ है।
वैगनर समूह के नाम वाले एक निजी मिलिशिया ने पुतिन के आदेश पर ज़ेलेंस्की और 23 अन्य सरकारी लोगों को खत्म करने का प्लॉट तैयार किया है। ताकि रूस को यूक्रेन पर कब्जा करने का आसान मौका मिल सके।
वैगनर समूह की गतिविधियों की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने टाइम्स को बताया कि जनवरी में 2,000 से 4,000 भाड़े के सैनिक वास्तव में यूक्रेन पहुंचे थे। कुछ को दोनेत्स्क विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में भेजा गया था। कुछ में लुहान्स्क में और 400 भाड़े के सैनिकों को ज़ेलेंस्की को खत्म करने के लिए बेलारूस से कीव की ओर भेजा गया था।
कहा जाता है कि यह समूह ज़ेलेंस्की और उनके सहयोगियों को अपने मोबाइल फोन के जरिए ट्रैक कर रहा था। वो ये जानने की कोशिश करता रहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति किस समय कहाँ हैं।
हत्या की योजना की इन सूचनाओं ने ज़ेलेंस्की को विचलित नहीं किया। उन्होंने यूक्रेन के लोगों को संबोधित करने के दौरान यह स्वीकार किया था कि वो 'टारगेट नंबर एक' हैं। उन्हें पता था कि रूसी स्पेशल फोर्स उनका शिकार करने निकले हैं। जब अमेरिका ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकालने की पेशकश की, तो उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन से कहा: 'मुझे गोला-बारूद चाहिए, सवारी नहीं।
वैगनर ग्रुप ने सीरिया सहित पूरे अफ्रीका और मध्य पूर्व में गुप्त अभियान चलाए हैं। इस समय वो यूक्रेन में रूसी टैंकों को राजधानी कीव में गाइड करने के लिए जमीन पर हैं।
संयुक्त सेना कमान के पूर्व कमांडर जनरल सर रिचर्ड बैरन्स ने कहा: वे बहुत प्रभावी हैं क्योंकि उन्हें खोज पाना मुश्किल है। वे खतरनाक हैं, बहुत हिंसक गतिविधियां कर गायब हो सकते हैं। उस समय यह पता लगाना मुश्किल होगा कि उसका जिम्मेदार कौन था। वे चूंकि सीधे तौर पर रूसी सरकार से नहीं जुड़े हैं और इसलिए वे फौरन खंडन करने की स्थिति में भी रहते हैं।