रूस का एक टीवी समाचार चैनल टीवी रेन (Dozhd) सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर इसकी ज़बरदस्त वाहवाही हो रही है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि लाइव प्रसारण के दौरान ही टीवी चैनल के पूरे स्टाफ़ ने इस्तीफा दे दिया। टीवी चैनल संस्थापक से लेकर सामान्य कर्मचारी तक। वजह जानकर आप चौंक जाएँगे! इस रूसी चैनल के यूक्रेन युद्ध पर कवरेज से रूसी अधिकारी ग़ुस्से में थे और कार्रवाई भी कर चुके थे।
चैनल ने अंतिम प्रसारण में 'युद्ध नहीं' घोषित करने के बाद इसके सभी कर्मचारियों ने लाइव प्रसारण के दौरान इस्तीफा दे दिया। यह फ़ैसला तब लिया गया जब यूक्रेन युद्ध पर टीवी रेन के कवरेज को लेकर रूसी अधिकारियों ने इसके संचालन को निलंबित कर दिया था। चैनल ने बाद में एक बयान में कहा कि उसने ऑपरेशन 'अनिश्चित काल के लिए' निलंबित कर दिया है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर इस टीवी चैनल को रूस के आखिरी बचे स्वतंत्र और उदार मीडिया समूहों में से एक बताया जा रहा है। लोग इसकी तारीफ़ इस रूप में कर रहे हैं कि इस चैनल के पास सरकार के ख़िलाफ़ खड़े होने के लिए रीढ़ की हड्डी बची है।
टिमोथी बुर्के नाम के यूज़र ने लिखा है, "तो रूस में संचालित अंतिम स्वतंत्र मीडिया आउटलेट TVRain बंद हो गया है - यहाँ इसके प्रसारण के अंतिम कुछ मिनट हैं और गूगल का भद्दा अनुवाद। इसके बाद 'स्वान लेक' का प्रसारण किया गया जिसका विशेष महत्व है।"
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, चैनल के संस्थापकों में से एक नतालिया सिंधेवा ने अपने अंतिम प्रसारण में 'युद्ध नहीं' कहा, और कर्मचारी स्टूडियो से बाहर निकल गए।
स्टाफ के नाटकीय ढंग से बाहर निकलने के बाद चैनल ने 'स्वान लेक' बैले वीडियो चलाया, जिसे 1991 में सोवियत संघ के पतन के समय रूस में सरकारी टीवी चैनलों पर दिखाया गया था। सामूहिक इस्तीफे का वीडियो लेखक डेनियल अब्राहम ने लिंक्डइन पर साझा किया था। वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
बता दें कि रूस के अंतिम शेष बचे उदार मीडिया समूहों में से एक, एको मोस्किवी (इको मास्को) रेडियो स्टेशन को भी यूक्रेन में युद्ध के इसके कवरेज को लेकर दबाव में आने के बाद इसके बोर्ड द्वारा ही भंग कर दिया गया है। इको मास्को के संपादक ने गुरुवार को यह कहा था।
रूस में प्रमुख समाचार और समसामयिक मामलों के चैनलों में से एक इस स्टेशन को मंगलवार को बंद कर दिया गया था। हालाँकि बोर्ड के निर्णय की घोषणा के बाद भी यह यू-ट्यूब पर प्रसारित होता दिखाई दे रहा था।
रेडियो स्टेशन में यूक्रेनी पत्रकारों के साक्षात्कार दिखाए गए हैं जिन्होंने रूस के आक्रमण की भयावहता का वर्णन किया। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इसमें जिस तरह से आक्रमण की भयावहता का वर्णन किया गया है, उसे एक सीमा को पार करने वाला माना गया। हालांकि, प्रधान संपादक अलेक्सी वेनेडिक्टोव ने इसी सप्ताह समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि स्टेशन स्वतंत्र संपादकीय लाइन को नहीं छोड़ेगा जो तीन दशकों से इसकी पहचान है। उन्होंने कहा, "हमारी संपादकीय नीतियां नहीं बदलेंगी।"
अमेरिका ने तो कहा है कि रूस में ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म का भी गला घोंटा जा रहा है जिससे लोगों तक सही जानकारी नहीं पहुँच सके।