कुछ हाई रिजोल्यूशन की सेटेलाइट तसवीरों से यह बात सामने आई है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के आसपास अपने सैन्य लड़ाकू विमानों को अहम रणनीतिक जगहों पर तैनात कर दिया है। तसवीरों से यह भी पता चला है कि युद्ध में काम आने वाले सैन्य उपकरण भी इस इलाके में तैनात हैं।
इस बात का डर भी बढ़ता जा रहा है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी में है। इस बात की तसदीक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी की है और कहा है कि रूसी सेनाएं हमले की योजना बना रही हैं और आने वाले कुछ दिनों में वह हमला कर सकती हैं।
हालांकि रूस इस बात से इनकार कर रहा है कि उसकी ऐसी कोई योजना है कि वह यूक्रेन पर हमला करने जा रहा है लेकिन वह लगातार इस बात की गारंटी मांग रहा है कि यूक्रेन को नेटो में शामिल नहीं किया जाएगा। बता दें कि साल 2014 में रूस ने यूक्रेन पर हमला कर उसके क्रीमिया इलाके पर कब्जा कर लिया था।
उधर, अमेरिकी रक्षा विभाग के एक अफसर ने कहा है कि रूस के 40 से 50 फ़ीसदी सैन्य बल यूक्रेन की सीमा पर हमले की पोजीशन ले चुके हैं। हालात को देखते हुए यूक्रेन में कई दूतावासों को बंद कर दिया गया है और कई देशों ने अपने नागरिकों से अपील की है कि वे यूक्रेन से वापस लौट आएं। भारत भी यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए आने वाले दिनों में विमान भेजेगा।
अमेरिका ने कहा है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर डेढ़ लाख से ज्यादा जवानों को तैनात किया हुआ है और बीते कुछ दिनों में उनकी गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है।
रूस ने जिस तरह सरहद पर सैन्य जमावड़ा बढ़ा दिया है उससे पता चलता है कि यूक्रेन और रूस जंग की कगार पर पहुंच चुके हैं। पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क शहर में एक कार में बम धमाका हुआ है और एक स्कूल पर मिसाइल से बमबारी की गई है। इसके बाद से माना जा रहा है कि हालात अब और बिगड़ सकते हैं।
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका
यह तय है कि अगर रूस और यूक्रेन में युद्ध हुआ तो यह तीसरे विश्व युद्ध में बदल जाएगा क्योंकि अमेरिका और यूरोपीय देश रूस को चेता चुके हैं कि अगर उसने यूक्रेन पर हमला किया तो उसे इसका करारा जवाब मिलेगा।
रूस एटमी हथियारों से लेकर बाकी मामलों में बहुत मजबूत है और उसने अगर यूक्रेन पर हमला कर दिया तो हालात बेहद भयावह हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया विश्व युद्ध से भी खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। गुटेरेस ने कहा कि दुनिया की बड़ी ताकतों के बीच बातचीत में कोई छोटी सी भी गलती के बेहद खतरनाक नतीजे हो सकते हैं।
उधर, अमेरिका ने कहा है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे।