काबुल में शुक्रवार रात जश्न में की गई तालिबानी लड़ाकों की फ़ायरिंग में बच्चे सहित कई लोगों के मारे जाने की ख़बर है। कई घायल भी हुए हैं। अफ़ग़ानिस्तान की अस्वाका न्यूज़ एजेंसी ने यह ख़बर दी है। काबुल में तालिबानी लड़ाकों की इस फ़ायरिंग को लेकर कैसी प्रतिक्रिया हुई है यह इससे समझा जा सकता है कि तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने तालिबान के लड़ाकों को हवाई फ़ायरिंग रोकने को कहा है।
काबुल में शुक्रवार को तब जश्न की भारी गोलीबारी की आवाज़ें सुनी गईं जब तालिबान ने दावा किया कि उन्होंने पंजशिर घाटी पर नियंत्रण कर लिया है और अफ़ग़ानिस्तान के नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट को हराया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसे कम से कम तीन सूत्रों ने पंजशिर में तालिबान के कब्जे के दावे किए। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक तालिबान कमांडर ने कहा, 'अल्लाह की कृपा से हमने पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया है। चुनौती देने वालों को हरा दिया गया है और पंजशीर अब हमारे अधीन है।'
हालाँकि, नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट के नेताओं ने पंजशिर में तालिबान के कब्जे के दावों को खारिज किया है। तालिबान के इन दावों के आने के तुरत बाद ही अमरूल्लाह सालेह ने टेलीविजन चैनल टोलो न्यूज़ को बताया कि उनके देश छोड़कर भाग जाने की ख़बरें झूठ हैं और वे तालिबान से दो-दो हाथ कर रहे हैं। ऐसी ही प्रतिक्रिया अहमद मसूद ने भी दी है।
बहरहाल, सोशल मीडिया पर शेयर की गई तसवीरों और वीडियो में लोग अपने घायल परिजनों को अस्पताल ले जाते नज़र आए हैं। अफ़ग़ानिस्तान के स्थानीय न्यूज़ एजेंसी अस्वाका ने अस्पताल में भर्ती होने की तसवीरों के साथ ट्वीट किया है, 'कल रात तालिबान की हवाई गोलाबारी में बच्चे सहित कई मारे गए और घायल हुए।'
अस्वाका ने एक अन्य ट्वीट में वीडियो क्लिप शेयर करते हुए लिखा, 'तालिबान ने कल रात काबुल के अधिकांश हिस्सों में जश्न में गोलीबारी की, यह मानते हुए कि उन्होंने पंजशीर प्रांत पर नियंत्रण कर लिया है, जबकि रेजिस्टेंस फ्रंट ने तालिबान के दावे का खंडन करते हुए कहा है कि उन्होंने तालिबान को भारी नुक़सान पहुंचाया है।'
इस बीच टोलो न्यूज़ ने ख़बर दी है कि 'तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने शुक्रवार शाम एक ट्वीट में तालिबान लड़ाकों से हवा में गोलीबारी बंद करने को कहा है। उनका यह ट्वीट काबुल शहर में भारी गोलीबारी की आवाज़ आने के कुछ मिनट बाद आया है।'
बता दें कि अफ़ग़ानिस्तान में सरकार गठन की तैयारियाँ चल रही हैं। सत्ता की कमान मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर के हाथ में होने की ख़बरें आई हैं। तालिबान के जो चार बड़े नेता हैं, उनमें मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर का दूसरा नंबर है। जबकि पहले नंबर पर तालिबान के प्रमुख मुल्ला हैबतुल्लाह अखुंदज़ादा हैं।
मुल्ला अब्दुल ग़नी बरादर तालिबान की राजनीतिक शाखा के प्रमुख हैं। तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याक़ूब और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तेनकज़ई भी सरकार में अहम पदों पर होंगे।
भले ही सरकार की कमान मुल्ला बरादर के हाथों में आई हो लेकिन तालिबान और इसकी सरकार में कामकाज हैबतुल्लाह अखुंदज़ादा की मर्जी से ही चलेगा। अखुंदज़ादा इसलामी क़ानून के विद्वान हैं। कहा जाता है कि उनमें तालिबान के अलग-अलग गुटों के बीच एक कड़ी के रूप में काम करने की काबिलियत है।