पाकिस्तान: बुरे फंसे अयाज़, लगे ‘मोदी का यार’ वाले पोस्टर

01:18 pm Nov 02, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

इमरान का पलटवार

रविवार को गिलगित-बालटिस्तान पहुंचे इमरान ख़ान ने कहा, ‘मुझे पूरी दुनिया से इस बात के लिए संदेश आए कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले के बाद और आज तक किस तरह का रवैया दिखाया है और सादिक़ कहते हैं कि पाकिस्तान ने डरकर अभिनंदन को छोड़ा।’ इमरान ने कहा कि यही नरेंद्र मोदी के पूरे चुनाव प्रचार का आधार था। 

अयाज़ पाकिस्तान मुसलिम लीग (नवाज़) के नेता हैं। यह मुल्क़ के पूर्व वज़ीर-ए-आज़म नवाज़ शरीफ़ की पार्टी है। नवाज़ के लंदन में इलाज कराने के चलते उनकी बेटी मरियम नवाज़ की क़यादत में पार्टी ने इन दिनों इमरान की हुकूमत, आर्मी चीफ़ क़मर जावेद बाजवा और ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख जनरल फैज़ हमीद के ख़िलाफ़ जंग छेड़ी हुई है। 

सादिक़़ के बयान पर जवाब देते हुए पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री एजाज़ शाह ने कहा कि हुक़ूमत इस बात पर विचार कर रही है कि वह अयाज़ सादिक़ के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज करे। शाह ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ कई शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो भारत का समर्थन करते हैं, उनके लिए अच्छा है कि वे अमृतसर चले जाएं। 

अपने सियासी विरोधियों को देशद्रोही का सर्टिफ़िकेट देने की पीएमएल नवाज़ ने मज़म्मत की है। 

पीडीएम के निशाने पर हैं बाजवा

पाकिस्तान की विपक्षी सियासी जमातों ने हाल ही में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नाम से गठबंधन बनाया है और इसकी ओर से देश में जोरदार रैलियां की जा रही हैं। इन रैलियों में नवाज़ शरीफ़ भी वीडियो लिंक के सहारे जुड़ते हैं और जनरल बाजवा और जनरल फ़ैज़ उनके निशाने पर रहते हैं। 

पीडीएम की 25 अक्टूबर को क्वेटा में हुई रैली में नवाज़ शरीफ़ ने कहा था, ‘आज तमाम सवालों के जवाब़ फ़ौज़ को नहीं जनरल क़मर जावेद बाजवा को देने हैं, जनरल फैज़ हमीद (आईएसआई चीफ़) को देने हैं। जनरल बाजवा साहब आपको 2018 के इलेक्शन में पाकिस्तान की तारीख़ की सबसे बड़ी धांधली और अवाम के मेंडेट (जनादेश) की चोरी का हिसाब देना है।’ 

गिलगित-बालटिस्तान पहुंचे इमरान ख़ान।

बाजवा, फ़ैज़ के पक्ष में इमरान

विपक्षी नेताओं को चोर बताते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि ये अगर उनके ख़िलाफ़ बोल रहे हैं तो इसका मतलब ये है कि वे लोग (बाजवा और फ़ैज़) ठीक हैं। इमरान ने कहा कि इससे साबित होता है कि उन्होंने इन पदों पर सही लोगों का चयन किया है। 

इमरान ने कहा कि वे लोग (विपक्ष) अदालतों, आर्मी को ग़लत बता रहे हैं और उनकी कोशिश हुकू़मत को ब्लैकमेल करने की है जिससे उनके ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार की जांच न हो सके।

इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन क़ानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस का भी जिक्र किया और कहा कि ये क़ानून मुसलमानों को निशाना बनाने के लिए बनाए गए हैं। 

इमरान ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह यहां अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही है लेकिन पाकिस्तान की फ़ौज़ ने उसके इरादों को नाकाम कर दिया है।