कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन किस रफ़्तार से फैल रहा है, इसका पता अमेरिका से आ रहे आंकड़ों से चलता है। अमेरिका में कोरोना के कुल नए मामलों में से 73.2% मामले ओमिक्रॉन के हैं। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस महामारी को रोकने के लिए बड़े क़दम उठाने पर जोर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी कह चुके हैं कि यह वैरिएंट तेज़ी से फैल रहा है।
इसे देखते हुए यह कहा जा रहा है कि अमेरिका में फिर से कुछ पाबंदियां लगाई सकती हैं। लेकिन बाइडन प्रशासन का कहना है कि अभी उसकी पाबंदियां लगाने की कोई योजना नहीं है।
भारत में ही यह वैरिएंट कुछ ही दिनों में कई राज्यों में पहुंच गया है।
ओमिक्रॉन का यह आंकड़ा बेहद डराने वाला है। अमेरिका के उत्तर पश्चिम प्रशांत, दक्षिण और मध्य पश्चिम के कुछ हिस्सों में तो कुल नए मामलों के 90 फ़ीसद इस वैरिएंट के हैं।
व्हाइट हाउस की ओर से बताया गया है कि उनके स्टाफ़ का एक शख़्स भी कोरोना पॉजिटिव हुआ है और वह तीन दिन पहले 30 मिनट तक बाइडन के आसपास था। हालांकि बाइडन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
ओमिक्रॉन को लेकर आई रिपोर्ट्स यह बता चुकी हैं कि यह वैरिएंट बहुत तेज़ी से फैलता है और वैक्सीन के असर को कम कर सकता है। हालांकि यह भी कहा गया है कि यह डेल्टा वैरिएंट से ज़्यादा ख़तरनाक नहीं है।
उधर, ब्रिटेन और फ्रांस में भी यह वैरिएंट बहुत तेज़ी से फैल रहा है और भारत सरकार ने भी इसे लेकर चेताया है और कहा है कि यहां भी अगर इन देशों की तर्ज पर संक्रमण फैला तो 13-14 लाख मामले हर दिन आ सकते हैं। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि हमें किसी भी तरह के हालात के लिए तैयार रहना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि इससे पहले किसी भी वैरिएंट को इस रफ़्तार से फैलते हुए नहीं देखा गया है। डब्ल्यूएचओ इस बात को लेकर चिंतित है कि लोग ओमिक्रॉन को यह कहकर खारिज कर रहे हैं कि इसके लक्षण बेहद हल्के हैं और ऐसा करके हम इसे कम करके आंक रहे हैं।