एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु के बाद मोहम्मद मोखबर को अंतरिम राष्ट्रपति बनाए जाने की संभावना है। वह देश के पहले उराष्ट्रपति रहे हैं।
68 वर्षीय मोखबर अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में उस तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा होंगे जो राष्ट्रपति की मृत्यु के 50 दिनों के भीतर एक नया राष्ट्रपति चुनाव आयोजित करेगी। परिषद में बाक़ी के दो सदस्य संसद के स्पीकर और न्यायपालिका के प्रमुख होंगे।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी का विमान रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस विमान में राष्ट्रपति रईसी के साथ विदेश मंत्री भी थे। हेलीकॉप्टर रविवार को उस समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब वह घने कोहरे के बीच पहाड़ी इलाके को पार कर रहा था।
एक ईरानी अधिकारी ने सोमवार को रॉयटर्स को बताया कि दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी का हेलीकॉप्टर पूरी तरह से जल गया। दुर्भाग्य से, सभी यात्रियों के मारे जाने की आशंका है।' हालाँकि, बाद में ईरान ने राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुललाहियान समेत सभी की मौत का ऐलान आधिकारिक तौर पर कर दिया।
63 वर्षीय रईसी को 2021 में राष्ट्रपति चुना गया था, और पद संभालने के बाद से उन्होंने मोरलिटी लॉ यानी नैतिकता बघारने वाले क़ानूनों को कड़ा करने का आदेश दिया। उन्होंने सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर सख्ती से कार्रवाई की।
बता दें कि ईरान में दोहरी राजनीतिक व्यवस्था है। सरकार के प्रमुख राष्ट्रपति होते हैं, लेकिन देश के सर्वोच्च नेता धार्मिक प्रमुख होते हैं और सभी प्रमुख नीतियों पर अंतिम निर्णय उनका ही होता है। रईसी राष्ट्रपति थे। लेकिन सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई हैं। रईसी को खामेनेई के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था।
अब रईसी की जगह मोखबर अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में होंगे। 1 सितंबर, 1955 को जन्मे मोखबर को रईसी की तरह सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता है।
2021 में रईसी के राष्ट्रपति चुने जाने पर मोखबर पहले उपराष्ट्रपति बने। मोखबर ईरानी अधिकारियों की एक टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने अक्टूबर में मॉस्को का दौरा किया था और रूस की सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अधिक ड्रोन की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की थी। रायटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह ख़बर दी थी। टीम में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो वरिष्ठ अधिकारी और सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक अधिकारी भी शामिल थे।
मोखबर पहले सर्वोच्च नेता से जुड़े निवेश कोष सेताद के प्रमुख थे। 2010 में यूरोपीय संघ ने मोखबर को उन व्यक्तियों और संस्थाओं की सूची में शामिल किया जिन पर वह परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल रहने के लिए प्रतिबंध लगा रहा था। दो साल बाद इसने उन्हें सूची से हटा दिया।