नेतन्याहूः इजराइल में हजारों लोग सड़कों पर- ''तानाशाह हटाओ, चुनाव कराओ''

01:34 pm Apr 07, 2024 | सत्य ब्यूरो

इजराइल में जनता ने एक बार फिर सड़कों पर उतरकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग की है और हमास के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने और देश में जल्द चुनाव कराने की मांग की है। सीएनएन और इजराइली अखबार हार्त्ज के मुताबिक प्रदर्शनकारी शनिवार को तेल अवीव, कैसरिया और हाइफ़ा की सड़कों पर उतरे, जहां उन्होंने इजराइली झंडे लहराकर और तस्वीरों वाली पट्टियां लेकर युद्ध खत्म करके बंधकों की रिहाई का आह्वान किया। हैरानी की बात है कि सात महीने से बंधक हमास के कब्जे में है। उसने पूरे गजा को तबाह कर दिया है लेकिन एक भी बंधक नहीं छुड़ा पाया। कुछ बंधक इस युद्ध में इजराइली बमबारी की वजह से मारे भी गए हैं। अब जो लोग बचे हैं, इजराइल के लोग उनकी सकुशल रिहाई चाहते हैं।

सीएनएन द्वारा साझा किए गए वीडियो में तेल अवीव में लोगों को कहते सुना जा सकता है-  "हम डरते नहीं हैं; आपने देश को नष्ट कर दिया, और हम इसे ठीक कर लेंगे। हम उन्हें (बंधकों को) ताबूतों में नहीं, बल्कि जिंदा वापस चाहते हैं।"

एक अन्य बैनर में "धर्म और राज्य को अल-अलग देखने" का आह्वान किया गया यानी राजनीति और धर्म का घालमेल न करने की मांग की गई। सीएनएन के मुताबिक इजराइली जनता ने हाथ में बैनर ले रखे थे, जिन पर लिखा था- "नेतन्याहू इज़राइल के लिए खतरनाक हैं।" सीएनएन के अनुसार, हाइफ़ा में प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू को "दोषी, दोषी, दोषी" कहते हुए सरकार को तानाशाह बताया। कुछ बैनरों पर लिखा था- फौरन चुनाव कराओ, नेतन्याहू भगाओ।

इजराइली नेतन्याहू द्वारा जारी युद्ध और 7 अक्टूबर से गजा में बंधक बनाए गए लोगों की बढ़ती अवधि पर नाराजगी जता रहे हैं। इज़राइली पुलिस के एक बयान के अनुसार, तेल अवीव में शनिवार को सरकार विरोधी रैली के दौरान एक पुलिस अधिकारी को मुक्का मारने और घायल करने के आरोप में एक प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार किया गया।

इज़राइल पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों को सड़कों पर मार्च करते समय अलाव न जलाने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह भीड़ के आसपास "जीवन के लिए खतरा" हो सकता है। इस सप्ताह की शुरुआत में भी हजारों इजराइलियों ने यरूशलेम में प्रदर्शन किया, जिसमें प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस्तीफे और गजा में बंदियों को रिहा करने के और प्रयासों की मांग की गई।

रविवार को इज़राइली संसद के सामने प्रदर्शन करने के बाद, जहां उन्होंने आग जलाई और झंडा लहराया। प्रदर्शनकारियों ने एक प्रमुख नगरपालिका मार्ग को बंद कर दिया। उन्होंने दावा किया कि अक्टूबर में गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से यह सबसे बड़ा प्रदर्शन है। प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू को "हटाया जाना चाहिए" नारे लगाए और पुलिस ने जवाब में भीड़ पर पानी की बौछारें कीं, धक्का-मुक्की की और उन्हें पीछे धकेला। प्रधान मंत्री पर दबाव बढ़ रहा है। नेतन्याहू की दक्षिणपंथी सरकार के विरोध में लगभग 100 बंधकों के परिवार एकजुट हो गए हैं, जो गजा में हमास के कब्जे में अभी भी बंधक हैं। इन 100 बंधकों और इनके परिवारों के प्रति इजराइली हमदर्दी जता रहे हैं।

गजा पर इजराइल के युद्ध से पहले भी न्यायिक सुधारों को लेकर नेतन्याहू को तानाशाह बताते हुए कई महीनों तक प्रदर्शन हुए थे। 7 अक्टूबर को, हमास ने लगभग 250 कैदियों को पकड़ लिया, जिनमें से इज़राइल का अनुमान है कि 130 अभी भी गजा में हैं। अल जज़ीरा के अनुसार, जिनमें से 33 को मृत माना जा रहा है। हमास द्वारा 7 अक्टूबर के हमले के बाद गजा में संघर्ष बढ़ गया, जहां लगभग 2,500 हमास लड़ाकों ने गजा पट्टी से इजराइल में सीमा पार कर ली, उन्होंने काफी इजराइलियों को बंधकों बना लिया था।