काबुल एयरपोर्ट: धमाकों में 170 लोगों की मौत; ISIS ने ली ज़िम्मेदारी

10:35 pm Aug 27, 2021 | सत्य ब्यूरो

काबुल हवाई अड्डे के बाहर गुरुवार शाम दो जबरदस्त बम धमाके हुए, उसके बाद गोलियाँ चलीं, जिनमें अब तक कम से कम 170 लोगों की मौत हो चुकी है। वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार इनमें से 72 अफ़ग़ान नागरिक, 28 तालिबानी और 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। 200 लोग घायल भी हुए हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने धमाकों की पुष्टि की है। एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार उन दो धमाकों के बाद एक तीसरा विस्फोट भी हुआ था।

हमलों के बाद शुरुआती रिपोर्ट में जिस आईएसआईएस-के को इस विस्फोट के लिए ज़िम्मेदार होने की आशंका जताई जा रही थी उसने इस घटना की ज़िम्मेदारी ली है। 

आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट से जुड़े आईएसआईएस-के ने कहा है कि उसके एक आत्मघाती हमलावर ने 'अमेरिकी सेना के अनुवादकों और सहयोगियों' को निशाना बनाया। अमेरिकी अधिकारी भी हमले के तुरत बाद इसी आतंकी संगठन को दोषी ठहरा रहे थे।

पेंटागन ने पुष्टि की

पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ट्वीट कर कहा, "एबी गेट पर हुआ धमाका एक जटिल हमले का नतीजा था जिसमें कई अमेरिकी और आम लोगों की मौत हुई है। हम इस बात की भी पुष्टि कर सकते हैं कि एबी गेट से थोड़ी दूरी पर स्थित बैरन होटल पर या उसके पास एक अन्य धमाके को अंजाम दिया गया है।"

विदेश मामलों और राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति समितियों की सदस्य एलिसिया केर्न्स ने बीबीसी से कहा, "बैरन होटल के पास हमले में कई लोग घायल हुए हैं, वहाँ ब्रिटेन उन लोगों के नाम को अंतिम रूप दे रहा था जिन्हें वहां से बाहर निकाला जाना है।"

उनकी सहयोगी नुस ग़नी ने कहा कि जब धमाका हुआ तब वे काबुल हवाई अड्डे के बाहर खड़े किसी शख़्स से बात कर रही थीं।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति की चेतावनी

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में स्थिति बहुत ही ज़्यादा ख़राब हो गयी है। उन्होंने कहा है कि इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि स्थिति ऐसी न हो जाए जिस पर हम नियंत्रण ही न रख सकें।

गुरुवार सुबह ही अमेरिका व कुछ अन्य देशों ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले के ख़तरे का अंदेशा जाहिर किया था। अमेरिका व कुछ अन्य देशों ने अपने नागरिकों से कहा था कि वे तुरंत एयरपोर्ट के आसपास से हट जाएं। 

चूंकि काबुल एयरपोर्ट पर पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त भीड़ है और तमाम देशों के लोग वहां से अपने लोगों को निकालने के काम में जुटे हैं, इसलिए धमाके के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया है। 

अब तक 90 हज़ार अफ़ग़ान नागरिक और विदेशी लोग मुल्क़ छोड़कर जा चुके हैं। बीते लगभग दो हफ़्ते से इस मुल्क़ में पंजशिर को छोड़कर सभी इलाक़े आतंकवादी संगठन तालिबान के कब्जे में आ चुके हैं। 

काबुल में हुए धमाके में घायल को अस्पताल ले जाते हुए लोग।TOLO NEWS

अमेरिकी सरकार ने गुरूवार को लगातार एक के बाद एक एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों को चेताया था कि वे एयरपोर्ट न जाएं। अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा था कि जो लोग एब्बे गेट, ईस्ट गेट और नॉर्थ गेट पर हैं, वे वहां से तुरंत हट जाएं और सुरक्षित जगहों पर चले जाएं। 

लंदन, आस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भी इसी तरह की चेतावनी अपने नागरिकों के लिए जारी की थी।