इजराइली सेना ने शुक्रवार सुबह कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने दराज तुफाह बटालियन में हमास के तीन वरिष्ठ कमांडरों पर हमला किया। तीनों मारे गए। इन बटालियन कमांडरों ने 7 अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि इन कमांडरों को हमास की सबसे महत्वपूर्ण ब्रिगेड से जुड़ा माना जाता था।
इजराइली वायु सेना ने अपने बयान में कहा, "दराज तुफाह बटालियन गजा सिटी में एक बटालियन है, जिसे हमास की सबसे महत्वपूर्ण ब्रिगेड माना जाता है। बटालियन के कमांडरों ने 7 अक्टूबर को हुए जानलेवा नरसंहार में महत्वपूर्ण हिस्सा लिया था।"
आईडीएफ ने यह भी कहा कि इजराइल सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के सटीक खुफिया मार्गदर्शन के तहत इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इससे पहले गुरुवार को, हमास के खुफिया निदेशालय के उप प्रमुख, शादी बरुद, एक हवाई हमले में मारे गए थे। आईडीएफ के मुताबिक, वो भी 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले की योजना में शामिल थे।
सीरिया पर गोलीबारीः अमेरिकी सेना ने गुरुवार (अमेरिकी स्थानीय समय) को पूर्वी सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और उसके समर्थित समूहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले दो ठिकानों पर हमले किए। पेंटागन ने इसकी पुष्टि की। पेंटागन ने कहा कि हमले का आदेश अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दिया था। पेंटागन ने कहा कि हम अपने सैनिकों पर हमलों को बर्दाश्त नहीं करेेंगे और अपने हितों की रक्षा करेंगे। अगर ईरान समर्थिक संगठनों के हमले जारी रहे तो अमेरिका अतिरिक्त उपाय करेगा। अमेरिका का कहना है कि इराक में उसके सैनिकों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
यह घटनाक्रम ईरान समर्थित समूह के दो ड्रोनों द्वारा गुरुवार को उत्तरी इराक में अमेरिकी सैनिकों के आवास बेस पर हमला करने के बाद सामने आया है। ईरान समर्थित समूह द इस्लामिक रेसिस्टेंस ने कहा कि उसने इरबिल शहर के हवाई अड्डे के पास "अमेरिकी कब्जे वाले अड्डे" पर दो ड्रोनों से हमला किया, जिन्होंने सीधे उनके लक्ष्यों पर हमला किया। पिछले हफ्ते भी इराक और सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर कई दर्जन हमले देखने को मिले थे। उसने कहा है कि वह हमास के साथ युद्ध में इजराइल को अमेरिकी समर्थन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को सीधे चेतावनी दी थी कि वो इराक में उसके सैनिकों को निशाना बनाना छोड़ दे। यह ईरान के सुप्रीम लीडर को संबोधित थी। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र में, ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर गजा पट्टी में फिलिस्तीनी लड़ाके हमास के खिलाफ इजराइल की जवाबी कार्रवाई बंद नहीं हुई, तो यूएसए "इस आग से नहीं बचेगा।" ईरानी विदेश मंत्री ने कहा- "मैं अमेरिकी राजनेताओं से, जो अब फिलिस्तीन में नरसंहार में शामिल हैं, स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हम क्षेत्र में युद्ध बढ़ने का स्वागत नहीं करते हैं। लेकिन अगर गजा में नरसंहार जारी रहा, तो वे इस आग से बच नहीं पाएंगे।
इस घटनाक्रम के बाद लगभग 900 से अधिक अमेरिकी सैनिक मिडिल ईस्ट पहुंच गए हैं। 7 अक्टूबर से युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका ने ईरान और ईरान समर्थित समूहों को रोकने की कोशिश करने के लिए दो विमान वाहक सहित युद्धपोत और लड़ाकू विमान इस क्षेत्र में भेजे हैं। क्षेत्र में सैनिकों की कुल संख्या हजारों में है।
इस बीच शुक्रवार तड़के इजराइली सीमा के पास मिस्र के लाल सागर रिसॉर्ट शहर में एक चिकित्सा सुविधा पर मिसाइल हमले के बाद कम से कम छह लोग घायल हो गए। मिस्र के अल क़ाहेरा न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइल की सेना ने कहा कि उसे क्षेत्र में एक घटना की जानकारी है। सूत्रों का हवाला देते हुए, अल क़ाहेरा ने बताया कि ताबा शहर में विस्फोट इज़राइल और हमास के बीच लड़ाई से संबंधित था। ताबा एम्बुलेंस सुविधा और ताबा अस्पताल के आवासीय भवन पर हमला किया गया।