पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ विवादास्पद ट्वीट के लिए अमित मालवीय मुश्किल में फँस सकते हैं। वरिष्ठ टीएमसी नेता चंद्रिमा भट्टाचार्य ने ममता बनर्जी के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए अमित मालवीय के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
भट्टाचार्य की शिकायत एक्स पर मालवीय की पोस्ट के जवाब में है। अमित मालवीय ने दावा किया था कि 'प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के मामले में मुख्य आरोपी, फरार टीएमसी नेता शाहजहाँ शेख ममता बनर्जी के संरक्षण के कारण कानून प्रवर्तन एजेंसियों के चंगुल से भागने में कामयाब रहे हैं। संदेशखाली का डॉन होने का दावा करने वाला शाहजहाँ फरार है। यह ममता बनर्जी, जो पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री भी हैं, के संरक्षण के बिना संभव नहीं होता।'
राज्य मंत्री भट्टाचार्य ने रविवार को कहा था, 'हमने एक शिकायत दर्ज की है और पुलिस से मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए मालवीय के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।'
इस बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी ने आरोप लगाया कि सच्चाई को दबाने के लिए पुलिस का 'इस्तेमाल' करने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा, 'अमित मालवीय ने जो भी कहा है वह पूरी तरह सच है। यह टीएमसी सरकार है जो अपराधियों को बचा रही है और इस प्रवृत्ति के कारण राज्य में अराजकता फैल गई है।'
बता दें कि ईडी के अधिकारियों पर शुक्रवार को भीड़ ने तब हमला किया था जब टीम कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में टीएमसी जिला परिषद सदस्य शाहजहां शेख के घर की तलाशी लेने गई थी। उस हमले के बाद यह राजनीतिक मुद्दा बन गया। विपक्षी दलों ने ममता सरकार पर हमला किया।
भाजपा का आरोप है कि ईडी टीम पर जिस भीड़ ने शुक्रवार को हमला किया था, उसमें रोहिंग्या लोग भी शामिल थे और ये सभी तृणमूल कांग्रेस के वफादार हैं। भाजपा ने एनआईए से जांच की मांग की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने लिखा, 'पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में छापेमारी कर रही एक ईडी टीम को हिंसा का सामना करना पड़ा। टीएमसी नेता शाहजहां शेख के गांव में 100-200 ग्रामीणों के एक समूह ने हिंसक हमला किया। इस हमले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए जांच की तत्काल जरूरत है।'
पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली इलाके में ईडी के अधिकारियों पर हमले के संबंध में तीन एफआईआर दर्ज की ही, जिसमें से एक एजेंसी के अधिकारियों के ख़िलाफ़ है। ईडी अफ़सरों पर कथित आपराधिक अतिक्रमण और एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य एफ़आईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि एक एफआईआर शेख के घर के केयरटेकर द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर दर्ज की गई, दूसरी शुक्रवार को दायर ईडी की शिकायत के आधार पर है और तीसरी स्वत: संज्ञान लेकर दर्ज की गई। एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईडी के अधिकारियों ने बिना कोई तलाशी वारंट दिखाए और कानून का उल्लंघन करते हुए टीएमसी नेता के आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया।