उत्तराखंड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सरिता आर्य सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गई हैं। सरिता आर्य को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष मदन कौशिक ने पार्टी में शामिल किया। सरिता आर्य ने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
सरिता आर्य नैनीताल सीट से विधायक रही हैं और इस बार भी वहां से टिकट मांग रही थीं लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के बेटे संजीव आर्य को नैनीताल से टिकट मिलना तय माना जा रहा है। ऐसे में सरिता आर्य को टिकट मिलना मुश्किल था।
अब यह लगभग तय है कि बीजेपी सरिता आर्य को नैनीताल सीट से चुनाव मैदान में उतारेगी। लेकिन इससे बीजेपी के अंदर भी जबरदस्त बगावत हो सकती है क्योंकि वहां भी टिकट के दावेदारों की एक लंबी कतार है।
सरिता आर्य के काफी दिनों से कांग्रेस छोड़ने की अटकलें थीं जो आज सच साबित हुईं। उन्हें कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का करीबी माना जाता था।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच अपना दल छोड़कर दूसरे दल में जाने की भागदौड़ तेज हो गई है।
उत्तराखंड में इस बार जोरदार सियासी मुकाबला है। उत्तराखंड की जनता हर 5 साल में सरकार बदल देती है। अभी बीजेपी सत्ता में है और कांग्रेस को उम्मीद है कि जनता इस बार उसे सत्ता में आने का मौका देगी।
उत्तराखंड में एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को बाकी चार राज्यों के साथ चुनाव नतीजे आएंगे।