हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में भारी बारिश के कारण शनिवार को 33 लोगों की मौत हो गई। हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फट गया और इस वजह से हुई भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। हिमाचल के ही चंबा इलाके में मकान ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 19 लोगों की मौत होने की आशंका है।
उत्तराखंड के देहरादून जिले में भी बादल फटा है। बादल फटने की यह घटना शनिवार तड़के रायपुर ब्लॉक के सारखेत गांव में हुई है। गांव में फंसे सभी लोगों को एक रिजॉर्ट में ले जाया गया है।
इसके बाद देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट सहित कई जगहों पर जबरदस्त बारिश के बाद पानी भर गया है।
हालात को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
उत्तराखंड में भारी बारिश से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह ठप हो गया है। कुमाऊं मंडल के बागेश्वर में भी भारी बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है और लोगों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जब तक सड़कों को दुरुस्त नहीं किया जाता तब तक गांवों में जरूरी चीजें नहीं पहुंच सकती।
गंगा नदी उफान पर
गढ़वाल मंडल के टिहरी जिले में भी जबरदस्त बारिश हो रही है और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। यहां भी एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। देहरादून के तारकेश्वर मंदिर के आसपास नदी तेज रफ्तार से बह रही है। उत्तराखंड के यमकेश्वर में कई गांवों का संपर्क सड़कों से टूट गया है। यही हाल ऋषिकेश का भी है, यहां पर गंगा नदी उफान पर है और शहर में कई जगहों पर सड़कें जलमग्न हो गई हैं। ऋषिकेश से लगते हुए शहर हरिद्वार में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है और प्रशासन से कहा है कि लोगों के बीच जरूरत की चीजें जल्द से जल्द पहुंचाई जाएं।
अगर आने वाले कुछ दिनों तक उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडलों में और हिमाचल में जबरदस्त बारिश जारी रही तो निश्चित रूप से आम लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
दूसरी ओर, हिमाचल के राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी से पुराने कटोला इलाकों के बीच स्थित अपने घरों को छोड़ दिया है और सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
राज्य के हमीरपुर जिले में अचानक आई बाढ़ में फंसे 22 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। कांगड़ा जिले में चक्की नदी पर बना एक रेलवे पुल शनिवार सुबह ढह गया।
लगातार बारिश की वजह से जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए कई वीडियो में वैष्णो देवी के रास्ते में बाढ़ जैसे हालात दिखाई दिए थे।
ओडिशा के कुछ हिस्सों में भयानक बाढ़ जारी है और भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। रांची में मौसम विज्ञान केंद्र ने झारखंड के कुछ हिस्सों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जहां भारी बारिश की संभावना जताई गई है।