उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई ट्रक दुर्घटना के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाख़िल कर दी है। चार्जशीट में बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके सहयोगियों पर हत्या का आरोप नहीं है। ट्रक के ड्राइवर आशीष कुमार पाल पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304-ए, 338 और 279 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।
25 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच पूरी करने के लिए दो हफ़्ते का समय दिया था। कोर्ट ने यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार उन्नाव रेप पीड़िता को 25 लाख रुपये की मदद दे। कोर्ट ने पीड़िता की माँ, भाई-बहनों और वकील को भी सीआरपीएफ़ की सुरक्षा देने का आदेश दिया था।
उन्नाव की बलात्कार पीड़िता के परिवार की ओर से सीजेआई रंजन गोगोई को एक पत्र भेजा गया था। पत्र में परिवार की ओर से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के गुर्गों की धमकियों के बारे में बताया गया था। बलात्कार पीड़िता की गाड़ी को ट्रक से टक्कर मारे जाने की घटना के बाद से ही पीड़िता के परिजन कह रहे थे कि यह घटना विधायक के इशारे पर हुई है।
पीड़िता जब रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी तो रास्ते में उनकी गाड़ी को ग़लत दिशा से आ रहे एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी थी। इस घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी जबकि पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मामले में पीड़िता के चाचा की शिकायत पर विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उसके भाई मनोज सिंह सेंगर और 8 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ हत्या, हत्या की साज़िश रचने का मुक़दमा दर्ज कराया गया था।
सेंगर पर पीड़िता ने आरोप लगाया था कि जून, 2017 में जब वह नौकरी माँगने उनके आवास पर गई थी तो विधायक ने उसके साथ बलात्कार किया था। पीड़िता के परिवार ने कहा था कि बलात्कार मामले में विधायक और उसके साथियों ने पुलिस में शिक़ायत नहीं करने के लिए उन पर दबाव बनाया था। परिवार ने कहा था कि विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व उसके साथियों ने पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की थी और इसके बाद पुलिस हिरासत में पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। मौत से पहले पीड़िता के पिता का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि विधायक के भाई और उसके गुर्गों ने उन्हें पीटा था।
पीड़िता ने पुलिस के रवैये से परेशान होकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया था। कुलदीप सिंह सेंगर के सियासी रसूख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने कुलदीप सिंह सेंगर से सीतापुर जेल में मुलाक़ात की थी।