उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक अंधविश्वास के चलते मानवबली का मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने बीमार बच्चे को ठीक करने के लालच में अपने ही चचेरे भाई को बलि चढ़ा दिया। पुलिस ने इस मामले से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन पर आरोप है कि इन तीनों लोगों ने मिलकर एक दस साल के बच्चे की नरबलि दी। गिरफ्तार किये तीन लोगों में से एक तांत्रिक भी है, जिसके कहने पर इस कृत्य को अंजाम दिया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि बहराइच जिले के परसा गांव के निवासी कृष्णा वर्मा का दस साल का बेटा विवेक बीते गुरुवार की रात से लापता था। परिवार वालों को उसकी खोजबीन करते हुए उसका शलव उसी रात खेत पर मिला।
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि मृतक बच्चे के चचेरे भाई अनूप का ढाई साल का बेटा मानसिक रूप से विक्षिप्त था और लगातार बीमार भी रहता था।
इलाज कराने से जब उसे कोई लाभ नहीं तो अनूप ने गांव के पास के ही किसी तांत्रिक से संपर्क किया जिसने अनूप को मानवबलि देने के लिए उकसाया। उसके बाद अनूप ने अपने चाचा चिंताराम को साथ मिलकर कुदाल से बच्चे की हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपियों अनूप, चिंताराम और तांत्रिक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने रविवार को कहा कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।