नए भारत की ताजा तस्वीर नोएडा से आ रही है। जहां महिला को सरेआम गाली देने के आरोपी भाजपाई नेता श्रीकांत त्यागी के लिए सैकड़ों की तादाद में लोग जुटे है। यह वो भारत है जहां बिलकीस बानो से गैंगरेप के 11 सजायाफ्ता यानी दोषियों को सरकार छोड़ देती है। समाज के लोग उनका सम्मान करते हैं। अब यह स्थिति राजधानी दिल्ली से चंद किलोमीटर की दूरी पर दोहराई जा रही है। श्रीकांत त्यागी ने न जाने क्या ऐसा कुछ कर दिया है कि उसके समाज के लोग उसे हीरो मान बैठे हैं और भारी तादाद में नोएडा में आ जुटे हैं।
कुछ दिनों पहले एक महिला को गाली देने और मारपीट करने वाले राजनेता श्रीकांत त्यागी के समर्थन में नोएडा में रविवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। त्यागी समुदाय के सदस्यों द्वारा आयोजित पंचायत में नारे लगाए गए, स्थानीय बीजेपी सांसद महेश शर्मा की निंदा की, जिन्होंने कहा था कि राजनेता श्रीकांत त्यागी बीजेपी का सदस्य नहीं है। लेकिन तमाम फोटो और दस्तावेजों से पुष्टि हुई कि श्रीकांत त्यागी न सिर्फ बीजेपी का सदस्य है, बल्कि किसान मोर्चा का महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी रहा है।
दूसरी तरफ, ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के निवासी, जहां यह घटना इस महीने की शुरुआत में हुई थी, पोस्टरों के माध्यम से मौन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पंचायत के पोस्टरों ने इस मुद्दे को त्यागी समुदाय के सम्मान से जोड़ा, जबकि समाज के लोगों ने "अन्याय और उत्पीड़न" के खिलाफ एकजुट संघर्ष का आह्वान किया।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद त्यागी को मेरठ से गिरफ्तार किया गया था।श्रीकांत त्यागी ने बीजेपी का सदस्य होने का दावा किया है, लेकिन बीजेपी ने उनके साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर तस्वीरों में उन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ पोज देते देखा गया।
नोएडा पुलिस के मुताबिक त्यागी के खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं। पांच में से दो पर महिलाओं के साथ बदसलूकी करने के आरोप में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। लेकिन पुलिस के पास आज भी इन सवालों का कोई जवाब नहीं है कि जब ये पांच एफआईआर उसने इस नेता के खिलाफ दर्ज की थीं तो किसी एक में कार्रवाई क्यों नहीं की।
ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी की सहनिवासी महिला और श्रीकांत त्यागी के बीच कहा-सुनी का वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस हरकत में आ गई थी और त्यागी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उस वायरल वीडियो में त्यागी उस महिला के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहा था।
सोसाइटी की उस महिला ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए त्यागी द्वारा कुछ पेड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी, जबकि त्यागी ने दावा किया था कि ऐसा करना उसके अधिकार में है।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी श्रीकांत त्यागी
बहरहाल, इस मामले में कार्रवाई तभी शुरू हुई जब यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कड़ा बयान दिया और सांसद डॉ महेश शर्मा ने सार्वजनिक रूप से कड़ा बयान दिया। बाद में पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार किया था। लेकिन अब जिस तरह से श्रीकांत त्यागी के समर्थन में रविवार को यह पंचायत आयोजित की गई, उससे यह मामला अब राजनीतिक रूप ले रहा है।