दिल्ली से सटे ग़ाज़ियाबाद के लोनी में एक मुसलिम बुजुर्ग शख़्स के साथ मारपीट करने के बाद उनकी दाढ़ी काट दी गई। यह घटना 5 जून की है और इसका वीडियो बीते दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बुजुर्ग शख़्स चारपाई पर बैठे हैं और अभियुक्त उन्हें डंडे से पीट रहे हैं। इसके बाद वे उनकी दाढ़ी भी काट देते हैं। इस दौरान बुजुर्ग उन्हें बख़्श दिए जाने की गुहार भी लगाते हैं।
पीड़ित शख़्स का नाम अब्दुल समद है। पिटाई के बाद उनका एक नया वीडियो सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि वे कहीं जा रहे थे। इसी दौरान एक ऑटो वाले ने रास्ते में उन्हें ऑटो में बैठा लिया, वे दो लोग थे उन्होंने रुमाल से मेरा चेहरा ढक दिया और मुझे जंगल में ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया और जमकर पीटा।
बुजुर्ग ने आगे बताया, “वे लोग कह रहे थे कि जय सिया राम के नारे लगाओ, मैं अल्लाह-अल्लाह कहता था तो मुझे मारते थे, मेरे हाथ-पांव बांध दिए थे। मेरी कनपटी पर उन्होंने पिस्तौल रख दी और मुझसे कहते थे कि आज हम तुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।”
बुजुर्ग ने कहा कि अभियुक्तों ने उन्हें दिन में 3 बजे से शाम 7 बजे तक पीटा और कहा कि हम मुसलमानों के साथ ऐसा ही करेंगे। इसके साथ ही वे इसका वीडियो भी बनाते रहे और मेरी दाढ़ी भी काट दी। बुजुर्ग ने बताया कि वे 5 लोग थे। बुजुर्ग की पीठ पर चोटों के निशान हैं।
इस बारे में ग़ाज़ियाबाद पुलिस का कहना है कि इस मामले में पहले ही मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि मामले का मुख्य अभियुक्त जेल में है और बाक़ी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
ऐसी सैकड़ों घटनाएं सामने आती रहती हैं जिसमें मुसलमानों को गोमांस ले जाने के नाम पर या नफ़रत के कारण पीटा गया हो। लेकिन क़ानून व्यवस्था नाम की कहीं कोई चीज नहीं दिखती, जिससे ऐसा करने वालों को किसी तरह का ख़ौफ़ हो।
गोमांस के शक में पीटा
कुछ दिन पहले गोरक्षकों ने मुरादाबाद में शाकिर नाम के श़ख्स को पीटा था। शाकिर को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसी तरह 2015 में ग्रेटर नोएडा में एक बुजुर्ग अख़लाक़ को पीट-पीटकर मार डाला गया था। अखलाक़ को सिर्फ़ इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया था क्योंकि गो रक्षकों को इस बात का शक था कि अखलाक़ के फ्रिज में गोमांस रखा है।
इसके बाद राजस्थान के अलवर में पहलू खान से लेकर झारखंड में अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या सहित ऐसे कई मामले हैं जिनमें मुसलमानों को गोरक्षा के नाम पर पीटा गया।