उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार को बिजनौर में एक हत्यारोपी की कोर्ट रूम में ही हत्या कर दी गई। मृतक का नाम शाहनवाज अंसारी है। अंसारी को बिजनौर के चीफ़ ज्युडिशल मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश करने के लिए लाया गया था। तभी तीन लोग पिस्तौल लेकर कोर्ट रूम के अंदर आये और उन्होंने अंसारी को गोली मार दी। हत्यारों ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीछा कर पकड़ लिया। बताया गया है कि घटना के बाद जज और कोर्ट के बाक़ी स्टाफ़ को ख़ुद को बचाने के लिए छुपना पड़ा। अंसारी पर बहुजन समाज पार्टी के नेता हाजी अहसान ख़ान और उनके भतीजे की हत्या का आरोप है। यह घटना मई में हुई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजीव त्यागी ने एनडीटीवी को बताया, ‘शाहनवाज अंसारी ने दिल्ली की एक अदालत में आत्मसर्मपण कर दिया था। दिल्ली पुलिस उसे आज ही कोर्ट में लेकर आई थी। हाजी अहसान ख़ान के बेटे और उसके दो सहयोगियों ने कोर्ट के अंदर ही शाहनवाज को गोली मार दी। हमने उन तीनों को पकड़ने की कोशिश की और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया। इसमें कोर्ट का एक कर्मचारी घायल हो गया है, उसे अस्पताल ले जाया गया है।’
50 साल के हाजी अहसान ख़ान और उनके भतीजे की इस साल मई में बिजनौर के नजीबाबाद कस्बे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अहसान बहुजन समाज पार्टी के नजीबाबाद विधानसभा प्रभारी थे और उनके भतीजे भी पार्टी से जुड़े हुए थे। स्थानीय पुलिस ने कहा था कि यह हत्या राजनीतिक कारणों से नहीं बल्कि व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता के कारण हुई थी।