मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सपा ने आयोग में शिकायत की

02:44 pm Nov 30, 2022 | सत्य ब्यूरो

मैनपुरी विधानसभा उपचुनाव में आरोपों का दौर जारी है। सपा सांसद रामगोपाल यादव ने बुधवार को चुनाव आयोग में मैनपुरी जिला प्रशासन के अधिकारियों पर अनुचित तरीके अपनाने के गंभीर आरोप लगाए। मैनपुरी उपचुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं। हालांकि मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीट होने की वजह से यहां पर सपा प्रत्याशी की जीत पक्की मानी जा रही है लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां रैली कर सपा खेमे में हलचल मचा दी है। हालांकि रामपुर उपचुनाव को लेकर भी ऐसी ही शिकायतें हैं लेकिन रामगोपाल यादव ने अपनी शिकायत में मैनपुरी को ही तरजीह दी है।

सपा सांसद राम गोपाल यादव ने चुनाव आयोग से की गई शिकायत में कहा कि मैनपुरी में पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी तमाम तरह की अवैध गतिविधियां अपनाकर मतदाताओं को डरा धमका रहे हैं। सपा कार्यकर्ताओं की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं, ताकि वे चुनाव एजेंट नहीं बन सकें। सीडीओ मैनपुरी ने ग्राम प्रधानों और कोटेदारों को बुलाकर धमकाया है कि अगर उनके इलाके में बीजेपी नहीं जीती तो वे अपने पदों पर नहीं रह पाएंगे। इससे पहले सपा ने आरोप लगाया था कि मैनपुरी में चुनाव ड्यूटी से समुदाय विशेष के पुलिसकर्मियों को चुनाव ड्यूटी से हटा लिया गया है। चुनाव आयोग ने राम गोपाल यादव को जांच का आश्वासन दिया है।

इससे पहले रामपुर और खतौरी से भी ऐसी ही शिकायतें सत्तारूढ़ बीजेपी को लेकर आई थीं। रामपुर में सपा नेता आजम खान ने आरोप लगाया कि रामपुर में उपचुनाव की जरूरत क्या है। अखिलेश यादव को चाहिए कि अपना प्रत्याशी हटा ले और चुनाव आयोग को चाहिए कि वो बीजेपी को जीता हुआ घोषित कर दे। आजम खान ने आरोप लगाया था कि पुलिस आधी रात में जाकर लोगों के दरवाजे खुलवाकर उन्हें धमका रही है कि अगर सपा को वोट दिया तो सारे घर वाले गिरफ्तार कर लिए जाओगे। इसी तरह के आरोप खतौली में रालोद ने भी लगाए हैं। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उपचुनाव भी बीजेपी अपनी साख के बल पर नहीं जीतना चाहती। 

मैनपुरी में सपा प्रमुख खुद ही जाकर फंसे। वहां से डिंपल को उतारने के बाद अखिलेश अभी तक सिर्फ इसी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार तक सीमित रह गए हैं। वे कहीं और जा ही नहीं रहे हैं। सपा ने यहां से जीत का दावा तो कर दिया है लेकिन बीजेपी की मेहनत ने उसे अब थोड़ा परेशान कर रही है। सपा नेताओं को शिवपाल सिंह यादव के प्रचार के बाद इस बात का भरोसा हो गया कि यहां चुनाव अब एकतरफा है। लेकिन हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने करहल में एक सफल चुनावी जनसभा की। इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यहां के ताबड़तोड़ दौरे किए। मैनपुरी में 5 दिसंबर को मतदान होंगे लेकिन चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में सपा ने चुनाव आयोग में शिकायतों की झड़ी लगा दी गई है।

यहां एक बात और भी उल्लेखनीय है। मैनपुरी के मुकाबले रामपुर में पुलिस पर कम गंभीर आरोप नहीं हैं लेकिन पार्टी ने मुख्य रूप से मैनपुरी को ही मुद्दा बनाया हुआ है। बुधवार को रामगोपाल की शिकायत में मैनपुरी को ही प्रमुखता मिली। रामपुर से पुलिस के कई वीडियो भी सामने आए थे। आजम खान को आधी रात में प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ी थी।  

   

इस बीच बीजेपी ने सपा पर आरोप लगाया है कि सपा नेता हताशा में फर्जी आरोप लगा रहे हैं। वहां पर किसी भी सपा नेता के प्रचार में कोई बाधा नहीं आई। इसके बावजूद सपा फर्जी आरोप लगा रही है, इससे लगता है कि मैनपुरी में सपा हार रही है।