ऐसे समय जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कुछ ही महीने बचे हैं, समाजवादी पार्टी के चार विधान परिषद सदस्यों ने पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
रमा निरंजन, सी. पी. चंद्र, नरेंद्र भाटी व रविशंकर पप्पू ने उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य और यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।
रविशंकर 'पप्पू' पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के भतीजे हैं। चंद्रशेखर के पुत्र नीरज पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। रमा निरंजन के पति भी बीजेपी में शामिल हो गए।
बीजेपी को फ़ायदा?
इन चारों विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल अगले ही महीने ख़त्म होने को है। समझा जाता है कि अपने-अपने इलाक़ों में इनका अच्छा ख़ासा दबदबा है, इनके बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को फ़ायदा होगा।
बहुजन समाज पार्टी के एमएलसी बृजेश सिंह 'प्रिंकू' ने भी बीजेपी का हाथ थाम लिया है। वह पूर्व बीएसपी सांसद धनंजय सिंह के नज़दीक समझे जाते हैं।
यूपी बीजेपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्याणकारी योजनाओं की राजनीति से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं।
कुछ दिन पहले ही यूपी बीजेपी के सीतापुर विधायक राकेश राठौड़ ने पार्टी छोड़ दी और समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा एमएलसी के बीजेपी में शामिल होने से कहा जा सकता है कि भगवा दल ने सपा को पछाड़ दिया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले सपा छोड़ बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को उस चुनाव में राजनीतिक लाभ मिल सकता है क्योंकि यह कहा जा सकता है कि लोग सपा छोड़ कर बीजेपी में आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर चुनाव होना है।